लाइव न्यूज़ :

प्रयोगशाला में बनाए सूक्ष्म मानव अंगों से कोविड-19 की दवा खोजने में मिल सकती है मदद : वैज्ञानिक

By भाषा | Updated: May 7, 2020 17:38 IST

इस तरह के सूक्ष्म अंगों ने वैज्ञानिकों जीका वायरस जैसे वायरस को भी समझने में मदद की है

Open in App

वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरल बीमारियों के अध्ययन के लिए प्रयोगशाला में बनाए ऑर्गनॉइड्स या सूक्ष्म मानव अंगों का इस्तेमाल करने वाली तकनीक से कोरोना वायरस पर अनुसंधान को गति मिल सकती है और इसके इलाज के तरीकों का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।

कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय (यूबीसी) में लाइफ साइंस इंस्टीट्यूट में निदेशक जोसेफ पेनिंगर ने कहा, ‘‘ऑर्गनॉइड्स प्रयोगशाला में बनाए जाने वाले अंग होते हैं जो मानव ऊतकों से काफी हद तक मिलते-जुलते होते है जो बीमारी के अध्ययन में महत्वपूर्ण हो सकते हैं।’’

पेनिंगर ने कहा कि मानव अंग जैसी संरचनाओं से वैज्ञानिक यह पता लगाने के लिए और प्रयोग शुरू कर रहे हैं कि कोविड-19 के खिलाफ कौन-सा टीका या दवा कारगर होगी। उन्होंने बताया कि ऑर्गनॉइड्स का इस्तेमाल करने वाले इस अनुसंधान से कोविड-19 के लक्षणों का अध्ययन करने के लिए नए दरवाजे खुल सकते हैं।

इन सूक्ष्म अंगों ने पहले ही वैज्ञानिकों की यह समझने में मदद की है कि जीका वायरस से नवजातों में कैसे सिर का आकार छोटा हो सकता है और उनकी बौद्धिक क्षमता पर असर पड़ सकता है।

देश में मृतक संख्या बढ़कर हुई 1,783 हुई, संक्रमण के मामले 52,952

देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 89 लोगों की मौत हो जाने के बाद इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,783 हो गई है। इस दौरान 3,561 संक्रमण के नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 52,952 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमण से 15,266 मरीज ठीक हो गए हैं और एक रोगी देश से बाहर जा चुका है। कोविड-19 से संक्रमित 35,902 मरीजों का इलाज चल रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, " इस प्रकार, करीब 28.83 प्रतिशत मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। " कुल मामलों में 111 विदेश नागरिक भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद की पूर्व सदस्य शमिका रवि की ओर से किए डेटा विश्लेषण के मुताबिक, एक्टिव मामले 6.6 फीसदी की दर से बढ़ रहे हैं और हर 11 दिन में दोगुने हो रहे हैं। उनके विश्लेषण के मुताबिक, नए मामले मुख्य रूप से महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात से आ रहे हैं।

तमिलनाडु में मामलों की एक बड़ी दूसरी लहर देखी जा रही है लेकिन वहां बड़ी संख्या में मरीज ठीक भी हो रहे हैं। रवि के डेटा विश्लेषण के मुताबिक प्रति 10 लाख लोगों पर मौत की दर को दिल्ली ने मामले अधिक होने के बावजूद स्थिर रखा हुआ है,जबकि पश्चिम बंगाल में बड़ा इजाफा हुआ है। मंत्रालय ने बताया कि बुधवार सुबह से कुल 89 मरीजों की जान गई है । इनमें से, महाराष्ट्र में 34, गुजरात में 28, मध्य प्रदेश में नौ उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चार-चार, राजस्थान में तीन, पंजाब और तमिलनाडु में दो-दो और दिल्ली, हरियाणा तथा ओडिशा में एक-एक मरीज की मौत हुई है।

देश में कोविड-19 से हुई 1,783 मौतों में से सबसे ज्यादा 651 लोगों की जान महाराष्ट्र में गई है। इसके बाद गुजरात में 396, मध्य प्रदेश में 185, पश्चिम बंगाल में 144, राजस्थान में 92, दिल्ली में 65, उत्तर प्रदेश में 60 और आंध्र प्रदेश में 36 मरीजों ने दम तोड़ा है।

टॅग्स :कोरोना वायरससीओवीआईडी-19 इंडियाहेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत