Coronavirus: 'आयुष्मान भारत योजना' में कोरोना वायरस की मुफ्त जांच और इलाज कराने के लिए करने होंगे ये काम
By उस्मान | Published: March 24, 2020 03:46 PM2020-03-24T15:46:28+5:302020-03-24T15:46:28+5:30
Coronavirus treatment : कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और इलाज के खर्च को सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत (Ayushman Bharat Yojana) के दायरे में लाने की बात चल रही है।
कोरोना वायरस की वजह से भारत में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है संक्रमित मामलों के संख्या बढ़कर 511 हो गई है और यह संख्या बढ़ते ही जा रही है। देश के 23 राज्य इसकी चपेट में हैं और सबसे ज्यादा मरीज केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और कर्नाटक में हैं।
कोरोना वायरस का कोई स्थायी इलाज नहीं है लेकिन डॉक्टर और वैज्ञानिक लगातार इसके इलाज में जुटे हुए हैं। इस बीच कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और इलाज के खर्च को सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के दायरे में लाने की बात चल रही है।
बताया जा रहा है कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' (Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana) का संचालन करने वाले 'राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण' ने कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और इलाज के खर्च को इस योजना के दायरे में लाने का फैसला किया है।
अधिकारी ने बताया कि प्राधिकरण की नियामक इकाई (गवर्निंग बॉडी) से इस फैसले को लागू करने की अनुमति मांगी गयी है। उन्होंने बताया कि इसकी मंजूरी मिलने और निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की सरकार से अनुमति मिलने के बाद इसके परीक्षण और इलाज के खर्च को आयुष्मान भारत योजना के स्वास्थ्य बीमा पैकेज में शामिल कर दिया जायेगा।
इसके लागू होने के साथ ही कोरोना के संक्रमण का निजी प्रयोगशालाओं में परीक्षण और बीमा योजना में सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में निशुल्क इलाज कराया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार का लक्ष्य देश में 10.74 करोड़ निर्धन परिवारों को पीएमजेएवाई के स्वास्थ्य बीमा सुरक्षा के दायरे में लाने का लक्ष्य है। इसके तहत प्रत्येक बीमित परिवार को बीमा योजना में शामिल बीमारियों के निशुल्क इलाज के लिये प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक की चिकित्सा सुविधा प्राप्त है।
चूंकि कोरोना वायरस सांस और फेफड़ों से संबंधित बीमारी है इसलिए इसके लिए कई पैकेज बनाने में की तैयारी है। इसमें एक्यूट फिब्राइल इलनेस, न्यूमोनिया, सीवियर न्यूमोनिया, पाइरेक्सिया, किसी भी कारण से सांस की विफलता (निमोनिया, अस्थमा, सीओपीडी, एआरडीएस, पोइजनिंग, सिर में चोट आदि) शामिल हैं।
वर्तमान में कोरोना वायरस के टेस्ट के प्रोटोकॉल के अनुसार, ऐसे ही लोगों का टेस्ट होगा जिन्हें खांसी, बुखार या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण हैं। इसके अलावा अगर आपने विदेश यात्रा की हो, यदि आप किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए हैं, अगर स्वास्थ्य कर्मचारी हैं और आपको सांस से जुडी कोई समस्या है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत कोरोनो वायरस का मुफ्त इलाज कैसे करा सकते हैं
- सबसे पहले आपको आयुष्मान भारत योजना के लिए आवेदन करना होगा।
- आपको आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की आधिकारिक वेबसाइट mera.pmjay.gov.in के तहत पंजीकरण करना होगा।
- सरकार की वेबसाइट पर लॉग ऑन करें।
- होम पेज पर जाएं और अपना मोबाइल नंबर डालें।
- ओटीपी जनरेट ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अपने मोबाइल पर भेजे गए ओटीपी नंबर को सत्यापित करें।
- इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक विवरण भरें।
चीन से महामारी बनकर निकला कोरोना वायरस अब तक दुनियाभर के 16,558 लोगों क डस चुका है। इस खतरनाक वायरस की चपेट में दुनिया के लगभग पूरे देश आ चुके हैं। इससे अब तक 382,008 लोग संक्रमित हैं और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है।
इनमें सबसे ज्यादा मौत इटली में (6,077) हुई हैं इसके बाद चीन में (3,277), स्पेन में (2,311) और ईरान में 1,812 लोगों की जान गई। अगर बात करें भारत की तो, यहां अब तक मरीजों की संख्या बढ़कर 511 हो चुकी है और दस लोगों की मौत हो गई है। देश के 23 राज्य इसकी चपेट में हैं।