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COVID-19 Treatment: भारतीय वैज्ञानिकों का दावा, चाय और हरड़ में कोरोना को हराने की क्षमता, ऐसे करें इस्तेमाल

By उस्मान | Updated: July 2, 2020 22:19 IST

Coronavirus treatment and home remedies: आईआईटी-दिल्ली के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि हरीतकी में पाए जाने वाले तत्व कोरोना से लड़ने में सहायक हैं

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ठळक मुद्देइनमें कोरोना संक्रमण के लड़ने की औषधीय क्षमता होती है। चिकित्सकीय पौधे मनुष्य में विषाणुजनित रोगों की घातकता को कम करने की क्षमताइनके प्रोटीन वायरस की संख्या बढ़ने से रोक सकते हैं

कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस भायानक वायरस की चपेट में अब तक 10,882,847 लोग आ चुके हैं और 520,566 लोगों की मौत हो गई है। भारत कोरोना प्रभावितों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर पहुंचने वाला है। भारत में अब तक 618,394 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और मरने वालों का आंकड़ा 18,089 को पार कर गया है।

कोरोना वायरस का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं मिला है। दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी दवा और वैक्सीन खोजने में जुटे हैं। इस बीच अपने एक अध्ययन में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने चाय और हरीतकी जिसे हरड़ के नाम से भी जाना जाता है, उसमें कोरोना वायरस संक्रमण के लड़ने की औषधीय क्षमता होती है।

चाय और हरीतकी में वायरस से लड़ने की क्षमता

इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि गैलोटनिन (टैनिक एसिड) भविष्य में सार्स-सीओवी-2से लड़ने में चिकित्सकीय तत्व के रूप में उभर सकता है। हालांकि इन पौधों को औषधि के रूप में इस्तेमाल किए जाने की सत्यता परीक्षणों के बाद ही प्रमाणित हो सकेगी।

संस्थान के प्रोफेसर अशोक कुमार पटेल ने शोध दल की अगुवाई की। पटेल कहते हैं कि चिकित्सकीय पौधे मनुष्य में विषाणुजनित रोगों की घातकता को कम करने के लिए किफायती चिकित्सकीय विकल्प मुहैया करा सकते हैं।

वायरस को बढ़ने से रोक सकती है चाय और हरीतकी

आईआईटी के कुसुमा स्कूल ऑफ बायलोजिकल साइंसेज (केएसबीएस) के एक दल ने वायरस के 3सीएल प्रोपर्टीज पर 51 चिकित्सकीय पौधों की जांच की, जो वायरल पॉलीप्रोटीन्स के प्रसंस्करण के लिए आवश्यक है और इसके नतीजे अच्छे साबित हुए। शोध से पता चला कि इस प्रोटीन को देने से वायरस की संख्या बढ़नी रुक सकती है। 

चाय से मिल सकती है राहत

आईआईटी दिल्ली के रिसर्च एंड डेवलपमेंट के डीन एस के खरे ने कहा, 'भारतीय हर्बल और औषधीय पौधों में कई रोगों से निपटने में कारगर जैव सक्रिय तत्वों का विशाल भंडार है। इस संदर्भ में कोविड-19 से जुड़ी स्थितियों में चाय के राहत पहुंचाने की बात सामने आई है।' 

चाय और हरीतकी में मिले प्रभावशाली तत्व

पूरी प्रक्रिया को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने चाय और हरीतकी के विभिन्न बायोएक्टिव तत्वों की जांच की, और निष्कर्ष निकाला कि गैलोटेनिन 3सीएल प्रो वायरल प्रोटीज को रोकने में प्रमुख रूप से शामिल है। प्रोटीज एक प्रकार का एंजाइम होता है जो प्रोटीन्स को छोटे पॉलीपेप्टाइड्स में अथवा एक अमीनो एसिड में विघटित कर देता है। 

कोरोना से लड़ने के लिए कैसे करें हरीतकी का इस्तेमाल

शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि चाय (ब्लैक और ग्रीन टी) और हरीतकी जिसे हरड़ के नाम से भी जाना जाता है के रस में कोरोनो वायरस संक्रमण के खिलाफ कार्य करने की क्षमता होती है। इसका मतलब है कि आप इसके रस का सेवन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि इसका सेवन करने से पहले एक बार किसी एक्सपर्ट या चिकित्सक से सलाह जरूर ले लें।

भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 6 लाख के पार

भारत में एक दिन में कोविड-19 के 19,148 नए मामले आने के बाद संक्रमितों की संख्या छह लाख के पार चली गई है और मृतकों की संख्या 17,834 पर पहुंच गई है। महज पांच दिन पहले ही संक्रमितों की संख्या पांच लाख के पार हुई थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के मामले बढ़कर 6,04,641 हो गए जबकि 434 लोगों की मौत हो गई। इस संक्रामक रोग से उबरने वाले लोगों की संख्या 3,59,859 हो गई है जबकि एक मरीज देश छोड़कर चला गया है। देश में अब भी 2,26,947 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। 

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ) 

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