COVID-19: कॉमन कोल्ड-फ्लू में भी महसूस होते हैं स्वाद, गंध न आना जैसे लक्षण, कोरोना मरीज में 3 तरीकों से करें इनकी पहचान
By उस्मान | Updated: August 20, 2020 12:48 IST2020-08-20T12:48:14+5:302020-08-20T12:48:14+5:30
जरूरी नहीं है कि स्वाद नहीं आना और सूंघने की क्षमता प्रभावित होना कोरोना का ही लक्षण हो, इनके अंतर को समझ लें

कोरोना वायरस के लक्षण
सूंघने की क्षमता कम होना और स्वाद नहीं आना, कोरोना वायरस के दो प्रमुख लक्षण हैं। कोरोना वायरस के सबसे आम लक्षणों में बुखार, सूखी खांसी और थकावट आदि शामिल हैं। आपको बता दें कि सूंघने की क्षमता कम होना और किसी चीज में स्वाद नहीं आना पहले कोल्ड एंड फ्लू के लक्षणों से जुड़े थे लेकिन अब यह लक्षण कोरोना के ट्रेंडमार्क बन गए हैं।
अब इन लक्षणों को लेकर एक अध्ययन हुआ है। राइनोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में यह जानने की कोशिश की गई है कि कोरोना वायरस के कारण होने वाले गंध और स्वाद संबंधी विकार अन्य वायरल संक्रमणों और आम सर्दी से कैसे भिन्न होते हैं।
30 लोगों पर हुआ अध्ययन
राइनोलॉजी नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में यह बताया गया है कि नॉर्मल फ्लू या सर्दी की तुलना में कोविड-19 से पीड़ित लोगों को गंध और स्वाद की कमी की समस्या किस प्रकार अलग है और उससे कैसे नुकसान होता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह रिसर्च ईस्ट एंग्लिया यूनिवर्सिटी में की गई है। इसमें बताया गया है कि कोरोना वायरस के रोगियों के मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने की क्षमता हो सकती है।
कॉमन कोल्ड और कोरोना के लक्षणों में अंतर
रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने 10 कोरोनो वायरस रोगियों, 10 नॉर्मल सर्दी फ्लू वाले 10 लोगों और 10 ऐसे स्वस्थ लोगों में पर जिन्हें कोरोना वायरस या नियमित रूप से सर्दी और फ्लू के कोई लक्षण नहीं थे पर अध्ययन किया। अध्ययन के अनुसार, नॉर्मल कोल्ड एंड फ्लू और कोरोना वायरस की वजह से होने वाले इन लक्षणों में कई बड़े अंतर हैं।
1) कोरोना वायरस रोगी गंध के नुकसान के साथ भी बेहतर तरीके से सांस लेने में सक्षम हैं।
2) यह जरूरी नहीं है कि उसकी नाक बहती रहे या नाक बंद हो जाए।
3) उसे कड़वे और मीठे स्वाद के बीच कोई अंतर महसूस नहीं होता है।
अनुसंधान ने आगे बताया कि कोरोना वायरस रोगियों में गंध और स्वाद का नुकसान अधिक महत्वपूर्ण था क्योंकि उन्हें 'स्वाद की सच्ची हानि' का अनुभव हुआ। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि कोरोना रोगियों में गंध और स्वाद विकार मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर वायरस के प्रभाव के कारण हो सकता है।
भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 53,866 हुई
भारत में कोरोना संक्रमण के पिछले 24 घंटे में 69,652 नए मामले सामने आए हैं। ये एक दिन में सर्वाधिक नए मामले हैं। भारत में इसके साथ ही कोरोना के कुल मामले 28 लाख के पार हो गए हैं। इसी अवधि में 977 लोगों की मौत भी कोरोना से हुई है। इससे पहले कल के अपडेट के अनुसार मंगलवार को देश में कोरोना से 1092 लोगों की मौत हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में मरीजों के ठीक होने की दर (रिकवरी रेट) अभी 73.90 प्रतिशत है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 6 लाख 28 हजार 642 केस हैं। वहीं, इसके बाद तमिलनाडु (3,55,449), आंध्र प्रदेश (3,16,003), कर्नाटक (2,49,590), उत्तर प्रदेश (1,67,510) और दिल्ली (1,56,139) जैसे राज्य हैं।
भारत में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 53,866 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी अपडेट के अनुसार देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28,36,926 हो गई है। इसमें एक्टिव मरीजों की संख्या 6,86,395 है जबकि 20,96,665 लोग अब तक इस महामारी से ठीक हो चुके हैं।