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COVID-19: वैज्ञानिकों का दावा, इस एक आसान काम से कोरोना का खतरा 12% तक हो सकता है कम

By उस्मान | Updated: March 26, 2021 15:30 IST

जानिये कोरोना का खतरा कम करने के आसान उपाय क्या है

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ठळक मुद्देजानिये कोरोना का खतरा कम करने के उपायइससे बढ़िया उपाय और कुछ नहींतेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले

कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर बढ़ गया है। कोरोना की दूसरी लहर के पीछे कोरोना के नए रूप माने जा रहे हैं। कोरोना के नए रूप तेजी से फैलते हैं और इनके लक्षण भी सामान्य नहीं हैं। कोरोना के जोखिम के कम करने के कई कारकों में अब पर्याप्त नींद भी शामिल हो गई है। 

द हिन्दू की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि पर्याप्त घंटों से ज्यादा सोने से कोरोना वायरस का खतरा 12 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। 

यह अध्ययन बीएमजे न्यूट्रिशन प्रिवेंशन एंड हेल्थ नामक पत्रिका में ऑनलाइन प्रकाशित हुआ है, इसे अध्ययन को आठ शोधकर्ताओं की एक टीम ने 17 जुलाई, 2020 से 25 सितंबर, 2020 तक के डेटा के आधार पर किया है।

सर्वेक्षण में फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका के फ्रंटलाइन हेल्थकेयर श्रमिकों की भागीदारी देखी गई। सर्वेक्षण अध्ययन के निष्कर्षों ने सुझाव दिया कि कम सोना सौर सही तरह नहीं सोना जैसे कारक कोरोना के जोखिम को बढ़ाते हैं।

शोधकर्ताओं ने कहा है कि नींद से जुड़े विकार मरीज को लॉन्ग कोविड के लक्षण दे सकते हैं जिसका मतलब है कि उसे ठीक होने के कई हफ्तों तक कोरोना के लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

शोधकर्ताओं के अनुसार, रात में सोने के लिए जरूरी घंटों के अलावा एक्स्ट्रा टाइम तक सोने से कोरोना का जोखिम 12 प्रतिशत कम हो सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि अपर्याप्त या बाधित नींद और वर्क बर्नआउट को वायरल और बैक्टीरियल संक्रमणों के बढ़े हुए जोखिम से जोड़ा गया है। 

इस साल एक दिन में सर्वाधिक 59,118 नए मामले

भारत में एक दिन में कोविड-19 के  59,118 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,18,46,652 हो गई। इस साल एक दिन में सामने आए यह सर्वाधिक मामले हैं। आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 18 अक्टूबर 2020 को 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 61,871 नए मामले सामने आए थे।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, उपचारधीन मरीजों की संख्या भी करीब साढ़े तीन महीने बाद चार लाख के पार पहुंच गई है।

आंकड़ों के अनुसार, लगातार 16वें दिन वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 4,21,066 हो गई, जो कुल मामलों का 3.55 प्रतिशत है। वहीं, 24 घंटे में 257 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,60,949 हो गई।

आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल 1,12,64,637 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। हालांकि, मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर में और गिरावट आई है और अब वह 95.09 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.36 प्रतिशत है।

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 25 मार्च तक 23,86,04,638 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 11,00,756 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई थी।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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