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वैज्ञानिकों का दावा, घर के अंदर साथ बैठकर खाना या टीवी देखना जैसी 6 गलतियों से पूरे परिवार को हो सकता है कोरोना

By भाषा | Updated: May 29, 2020 14:51 IST

साथ बैठकर टीवी देखने या साथ खाने से कोरोना का खतरा 18 गुणा बढ़ जाता है

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कोरोना वायरस का संकट टलने का नाम नहीं ले रहा है। इस खतरनाक वायरस से दुनियाभर में अब तक 362,024 लोगों की मौत हो चुकी है और 5,905,415 संक्रमित हो गए हैं। भारत प्रभावितों की लिस्ट में नौवें स्थान पर पहुंच गया है। यहां 165,386 लोग संक्रमित हो गए हैं और 4,711 लोगों की मौत हो गई है। 

कोरोना वायरस का भी तक कोई इलाज नहीं मिला है और इससे बचने का सिर्फ एक ही तरीका है और वो है खुद को संक्रमित व्यक्ति से बचाना। इसके लिए हाथ धोना और मास्क पहनना भी जरूरी है। यही वजह है कि कई देशों में मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। 

देखा गया है कि लोग बाहर निकलते समय तो मास्क पहनते हैं लेकिन घर में नहीं लगाते हैं. आपको बता दें कि परिवार के किसी सदस्य में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण दिखने से पहले घर में मास्क पहनने से परिवार में इसे फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।

घर में मास्क पहनने से संक्रमण का 79 प्रतिशत कम खतरा

‘बीएमजे ग्लोबल हेल्थ’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में यह बात कही गई है। यह अध्ययन चीन के परिवारों पर किया गया। इसमें दर्शाया गया है कि परिवार के पहले व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण दिखने से पहले घर में मास्क पहनना संक्रमण की रोकथाम में 79 प्रतिशत प्रभावशाली हो सकता है।

अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि लक्षण दिखने के बाद घर में मास्क पहनने से संक्रमण रोकने में मदद नहीं मिलती। अनुसंधानकर्ताओं के इस दल में बीजिंग रिसर्च सेंटर फॉर प्रिवेंटिव मेडिसिन के अनुसंधानकर्ता भी शामिल हैं।

परिवारों में संक्रमण को रोकने के लिए मास्क की उपयोगिता का पता लगाने के लिए अनुसंधानकर्ताओं ने बीजिंग के 124 परिवारों के 460 लोगों से वैश्विक महामारी के दौरान स्वच्छता संबंधी आदतों से जुड़े प्रश्न किए।

एक मीटर की दूरी भी जरूरी

अध्ययन में बताया गया है कि कीटाणुनाशकों का रोजाना इस्तेमाल करने, खिड़कियां खोलने और कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखने से संक्रमण फैलने का खतरा कम होता है।

दस्त के मरीज से हो सकता है खतरा

अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार यदि परिवार का कोई सदस्य संक्रमित हुआ है और उसे दस्त की शिकायत है तो परिवार के अन्य सदस्यों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है।

एक साथ टीवी देखने से भी खतरा

इसके अलावा एक मेज पर साथ बैठकर खाना खाने या साथ टीवी देखने से भी खतरा 18 गुणा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि घर में सफाई के लिए ब्लीच या कीटाणुनाशकों का नियमित प्रयोग करने और मास्क पहनने से संक्रमण का खतरा कम होता है।

अध्ययन में बताया गया है कि संक्रमण को फैलने से रोकने में लक्षण दिखने से पहले मास्क पहनना 79 प्रतिशत और कीटाणुनाशकों का उपयोग 77 प्रतिशत तक प्रभावी है।  

देश में कोविड-19 के मामले बढ़कर 1,65,799 हो गए हैं और भारत वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में नौंवे स्थान पर पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुबह आठ बजे से अब तक इस संक्रामक रोग से 175 लोगों की मौत हुई और 7,466 नए मामले सामने आए। इसके साथ, संक्रमण के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,706 हो गई जबकि संक्रमितों की संख्या 1,65,799 पर पहुंच गई।

वर्ल्डोमीटर के मुताबिक संक्रमण के कुल मामलों के लिहाज से भारत नौंवे स्थान पर आ गया है जहां पहले तुर्की था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में 89,987 लोगों का उपचार चल रहा है, वहीं 71,105 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं और एक मरीज देश छोड़कर चला गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक करीब 42.89 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।’’ कुल संक्रमित लोगों में विदेशी भी शामिल हैं।

बृहस्पतिवार सुबह से आए मौत के 175 मामलों में 85 महाराष्ट्र में, 22 गुजरात में, 15 उत्तर प्रदेश में, 13 दिल्ली में, 12 तमिलनाडु में, आठ मध्य प्रदेश में, सात राजस्थान में, छह पश्चिम बंगाल में, चार तेलंगाना में और मृत्यु के एक-एक मामले जम्मू कश्मीर, आंध्र प्रदेश तथा हरियाणा में आए हैं। देश में कोविड-19 से मौत के अब तक आए कुल 4,706 मामलों में सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में आए हैं जिनकी संख्या 1,982 है, इसके बाद गुजरात में 960, मध्य प्रदेश में 321, दिल्ली में 316, पश्चिम बंगाल में 295, उत्तर प्रदेश में 197, राजस्थान में 180, तमिलनाडु में 145, तेलंगाना में 67 और आंध्र प्रदेश में 59 मामले आए हैं।

टॅग्स :कोरोना वायरससीओवीआईडी-19 इंडियामेडिकल ट्रीटमेंट
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