लाइव न्यूज़ :

COVID-19: CDC का दावा, वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों को कोरोना से मौत का खतरा 11 गुना ज्यादा

By उस्मान | Updated: September 13, 2021 11:04 IST

अध्ययनों में यह पाया गया कि टीका नहीं लगवाने वालों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा घातक और गंभीर परिणाम देखे जा सकते है

Open in App
ठळक मुद्देवैक्सीन लगने से गंभीर संक्रमण और मौत का खतरा हो सकता है कमसेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने टीका लगवाने पर दिया जोरवैक्सीन नहीं लगवाए हुए लोगों में मौत का खतरा भी 11 गुना बढ़ सकता है

दुनियाभर में कोविड को लेकर किए जा रहे रिसर्च वर्क में कोरोना वायरस से मुकाबले में वैक्सीन को कारगर माना गया हैं। वैक्सीन लगने से न सिर्फ गंभीर संक्रमण बल्कि मौत का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। यह बात कई अध्ययनों में सामने आ चुकी है।

अब स्वास्थ्य पर निगरानी रखने वाली अमेरिकी एजेंसी सेंटर्स फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) ने तीन अध्ययनों के नतीजों को जारी कर कोरोना के खिलाफ टीका लगवाने पर जोर दिया है।

सीडीसी के अध्ययनों में यह पाया गया कि टीका नहीं लगवाने वालों में कोरोना संक्रमण के ज्यादा घातक और गंभीर परिणाम देखे जा सकते है। वैक्सीन नहीं लगवाए हुए लोगों में मौत का खतरा भी 11 गुना बढ़ सकता है।

इन अध्ययनों के लिए अप्रैल से जुलाई 2021 के बीच 13 अमेरिकी राज्यों से आंकड़े जुटाए गए। इस दौरान करीब 5 लाख 70 हजार कोरोना संक्रमण ऐसे लोगों में पाया गया जिन्होंने वैक्सीनेशन नहीं करवाया था। यह इस दौरान मिले कुल केसेस की संख्या का 92 प्रतिशत भाग है।

इसके साथ ही अप्रैल से जुलाई के बीच बिना वैक्सीन लगाए लोगों में करीब 35 हजार लोग अस्पताल में भर्ती करवाए गए। जबकि इन चार महिनों में अमेरिका में कोविड से हुई मौतों का 91 प्रतिशत हिस्सा यानि करीब 6 हजार ऐसे लोगों की मौत हुई जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।  टीकाकरण नहीं करवाए लोगों में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम दस गुना ज्यादा पाया गया। जबकि मौत का खतरा 11 गुना अधिक पाया गया। कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कहर के बावजूद वैक्सीन काफी प्रभावी पाई गई हैं। 

वैक्सीन लगने से 65 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों को अस्पताल में भर्ती करने का खतरा 80 फीसद तक कम पाया गया। जबकि 18 से 64 वर्ष के उम्र वालों में यह खतरा 95 फीसद तक कम मिला। सीडीसी की निदेशक रोशेल वालेंस्की ने बताया कि, 'एक के बाद एक कई अध्ययनों से साबित होता है कि वैक्सीन काम कर रही हैं।

कोरोना वैक्सीनेशन में भारत हर दिन एक नई उपलब्धि हासिल कर रहा है। रविवार तक देश भर में कुल वैक्सीनेशन कवरेज 74 करोड़ के पार निकल गया। अब देश में 6 ऐसे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं, जहां 100% पात्र आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है।

इनमें गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, सिक्किम, लक्षद्वीप, दादरा-नगर हवेली और दमन-दीव शामिल हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी।

कोविन पोर्टल पर दिए डेटा के मुताबिक देश भर में कुल लगे डोज की संख्या 74.29 करोड़ हो गई है। इनमें 56.51 को पहला और 17.77 करोड़ आबादी को दूसरा डोज लग चुका है।

भारत में टीकाकरण कार्यक्रम 16 जनवरी से शुरू किया गया था। तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार का जोर ज्यादा से ज्यादा आबादी को जल्द वैक्सीनेट करने पर है।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत