कोरोना वायरस के मामलों में भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया और दुनिया का चौथा सबसे प्रभावित देश बन गया। भारत में इस बीमारी के कुल 2,97,205 मामले हो गए हैं और मरने वालों की संख्या 8,102 हो गई है। भारत में लगातार सात दिनों से 9,500 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। एक दिन में मृतक संख्या भी पहली बार 300 के पार पहुंची है।
'वर्ल्डमीटर’ के आंकड़ों के मुताबिक भारत कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित चौथा देश है। उससे अधिक मामले अमेरिका (20,76,495), ब्राजील (7,87,489), रूस (5,02,436) में हैं।
संक्रमण के कुल 2,86,579 मामले हो गए तथा कुल संक्रमित लोगों में से 8,102 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही लगातार दूसरे दिन ऐसा हुआ जब स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या इलाज करवा रहे मरीजों की संख्या से अधिक रही।
आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमण के कुल मामलों में 1,37,448 संक्रमितों का इलाज चल रहा है जबकि 1,41,028 लोग उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं तथा एक मरीज देश से बाहर चला गया।
देश में अब तक कुल 8,102 संक्रमितों की मौत हुई है जिनमें सर्वाधिक 3,438 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 1,347 लोगों की मौत गुजरात में, 984 लोगों की मौत दिल्ली में, 427 लोगों की मौत मध्य प्रदेश में, 432 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में, 326 की मौत तमिलनाडु में, 321 की मौत उत्तर प्रदेश में, 259 की मौत राजस्थान में और 156 लोगों की मौत तेलंगाना में हुई।
कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है। जिस रफ्तार से भारत में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, कहा जा रहा है कि यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानी तीसरा चरण शुरू हो गया है। हालांकि इसके पुष्टि अभी नहीं हुई है।
कोरोना अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है और अब लोगों को इसके साथ जीने की आदत डालनी होगी। हालांकि कुछ उपायों के जरिये काफी हद तक अभी भी इसे रोका जा सकता है।
वायरस पर पिछले बीस सालों से काम कर रहे अमेरिका में मैरीलैंड यूनिवर्सिटी के डॉक्टर फहीम यूनुस ने कुछ सुझाव दिए हैं, जो आपको इस महामारी से बचाने में मदद कर सकते हैं।
डॉक्टर के अनुसार, कोरोना वायरस फिलहाल थमते नहीं दिख रहा है। यह लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है और लोगों को इसके साथ जीना सीखना होगा। उन्होंने कोरोना से बचने और सुरक्षित रहने के कुछ सुझाव दिए हैं। चलिए जानते हैं।
बहुत ज्यादा पानी न पियें
गर्मी में वायरस अपना असर कम नहीं करेगा। यह ब्राजील और अर्जेंटीना में गर्मी होने के बावजूद तेजी से फैल रहा है। कोशिकाओं में प्रवेश कर चुके वायरस को आप बहुत अधिक पानी पीकर खत्म नहीं कर सकते हैं।
हाथों को धोते रहे
हाथ धोना और 1,8 मीटर की दूरी रखना वायरस से बचाव सबसे अच्छा तरीका है। यदि आपके पास घर पर एक कोरोना का रोगी नहीं है, तो आपको घर में सतहों को कीटाणुरहित करने की आवश्यकता नहीं है।
खाने से नहीं फैलता वायरस
पैकेज, पेट्रोल पंप, शॉपिंग कार्ट या एटीएम संक्रमण का कारण नहीं बनते हैं। बस अपने हाथों को धो लें और हमेशा की तरह अपना जीवन जियो। कोरोना एक खाद्य संक्रमण नहीं है। यह फ्लू जैसे संक्रमण की बूंदों से जुड़ा हुआ है।
बार-बार नहाने या कपड़े न बदलें
जब आप घर पहुंचते हैं, तो हमें कपड़े बदलने और तुरंत स्नान करने की आवश्यकता नहीं होती है। स्वच्छता जरूरी है लेकिन कोरोना से ज्यादा नहीं डरें। कोरोना हवा में नहीं रहता है यह एक ड्रिप इन्फेक्शन है जिसके लिए निकट संपर्क की आवश्यकता होती है। अगर हवा साफ है तो आप पार्क में दूरी को ध्यान में रखते हुए आराम से घूम सकते हैं।
हाथ धोने के लिए सामान्य साबुन काफी
आपको कोरोना से बचने के लिए किसी तरह का जीवाणुरोधी साबुन का उपयोग नहीं करना है। इसके लिए सामान्य साबुन का उपयोग करना पर्याप्त है। वायरस वैसे भी बैक्टीरिया नहीं है।
खाना गर्म करके खायें
आपको अपने फूड आर्डर को लेकर चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन अगर आप चाहें तो इसे माइक्रोवेव में थोड़ा गर्म कर सकते हैं। कोरोना आपके जूतों के साथ घर में नहीं आता है।
ज्यादा गर्म पेय पदार्थों से बचें
सिरका, सूप, सोडा और अदरक पीने / खाने से वायरस से नहीं बचाया जा सकता है। दस्ताने पहनना एक बुरा विचार है, दस्ताने पर वायरस जमा हो सकता है, यह आपके चेहरे को छूने पर आसानी से प्रसारित हो सकता है। अपने हाथ धोना सबसे अच्छा है।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)