ICMR का खुलासा, इस शहर में कोरोना वायरस की चपेट में आ सकते हैं 2 लाख लोग
By उस्मान | Published: March 25, 2020 09:44 AM2020-03-25T09:44:43+5:302020-03-25T09:44:43+5:30
सबसे खराब स्थिति में तो यह आंकड़ा 10 मिलियन के आसपास तक बढ़ सकता है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच देश के प्रमुख स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान आईसीएमआर ने दो मॉडल पेश किये हैं। आईसीएमआर ने बताया है कि कोरोना वायरस कितनी तेजी से फैल सकता है और कितनी संख्या को प्रभावित कर सकता है। इसमें एक मॉडल आशावादी और एक निराशावादी है।
फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईसीएमआर के इस अध्ययन से पता चलता है कि आशावादी मॉडल में यानी सबसे अच्छी स्थिति में दिल्ली के अंदर कोरोना वायरस का संक्रमण 2 लाख की संख्या को पार कर सकता है। अगर बात करें निराशावादी मॉडल की यानी सबसे खराब स्थिति में तो यह आंकड़ा 10 मिलियन के आसपास तक बढ़ सकता है।
इस आंकड़े का अंदाजा अमेरिका स्थित सेंटर फॉर डिसीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी के रमन लक्ष्मीनारायण ने भी लगाया था। लक्ष्मीनारायण ने अनुमान लगाया था कि भारत में अंततः 1 मिलियन लोग मर सकते हैं जबकि संक्रमित होने वाली संख्या 300 मिलियन से अधिक हो सकती है। यह अध्ययन भारत द्वारा देशव्यापी तालाबंदी शुरू करने से पहले किया गया था।
आशावादी मॉडल में एक संक्रमित व्यक्ति 1.5 व्यक्तियों को संक्रमित करता है जबकि निराशावादी मॉडल में एक संक्रमित व्यक्ति चार लोगों को प्रभावित करता है। आशावादी मॉडल में फरवरी से लेकर 200 दिन बाद और निराशावादी मॉडल में 50 दिनों के भीतर संक्रमण उफान पर आता है। आशावादी मॉडल में जब संक्रमण उफान पर होता है तो इससे 1.5 मिलियन प्रभावित हो सकते हैं जबकि निराशावादी मॉडल में यह संख्या 10 मिलियन तक बढ़ सकती है।
अगर दिल्ली और केंद्र सरकार पर्याप्त कदम उठाने में सक्षम रहे, तो चीजें काफी भिन्न हो सकती हैं और दिल्ली के लिए आशावादी मॉडल तेजी से बदल सकता है। अगर लक्षण वाले 50% संक्रमित लोगों के लक्षण तीन दिनों के भीतर समाप्त हो जाते हैं, तो कुल संक्रमण व्यक्ति 200,000 तक ही रहेंगे लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो यह संख्या 10 मिलियन के आसपास तक बढ़ सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को देश में कोरोना वायरस से मौत के मामले 10 हो गये। राजधानी में मौत का दूसरा मामला सामने आया है। देश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़कर 519 हो गई। पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत सोमवार को कोरोना वायरस से हुई जबकि पहले इस महामारी से मौत के सात मामले महाराष्ट्र (दो), बिहार, कर्नाटक, दिल्ली, गुजरात और पंजाब में दर्ज किये गये थे।
मंत्रालय की ओर से मंगलवार रात 8:15 बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस समय मरीजों की संख्या 469 है जबकि 40 लोग ठीक हो चुके हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मंत्रालय के मुताबिक संक्रमितों में 43 विदेशी हैं और अब तक 10 मरीजों की मौत कोरोना वायरस की वजह से हुई है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बताया कि 65 वर्षीय कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत सोमवार शाम को हो गई। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस मौत को अपने आंकड़ों में शामिल नहीं किया है।
मंत्रालय के मुताबिक केरल में कोरोना वायरस के सबसे अधिक 95 मामले सामने आए हैं जिनमें आठ विदेशी शामिल हैं जबकि तीन विदेशियों सहित 89 संक्रमितों के साथ महाराष्ट्र दूसरा सबसे प्रभावित राज्य है। कर्नाटक में कोरोना वायरस के 37 मरीज हैं जबकि तेलंगाना में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 35 हो गई है जिनमें 10 विदेशी हैं। राजस्थान में दो विदेशी सहित 32 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। उत्तर प्रदेश में एक विदेशी सहित 33 मामले सामने आए हैं।
गुजरात में भी एक विदेशी सहित 33 मामले सामने आए हैं। दिल्ली में एक विदेशी सहित 30 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। हरियाणा में 28 मामले सामने आए हैं जिनमें 14 विदेशी हैं। वहीं पंजाब में 29 मामले सामने आए हैं। लद्दाख में 13 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। तमिलनाडु में दो विदेशी सहित 15 संक्रमित हैं। पश्चिम बंगाल में नौ और आंध्र प्रदेश में आठ मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ में सात-सात मामले सामने आए हैं।
जम्मू-कश्मीर में चार संक्रमितों की पुष्टि हुई है। उत्तराखंड में भी एक विदेशी सहित चार लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। हिमाचल प्रदेश और बिहार में तीन-तीन मामले और ओडिशा में दो मामले सामने आए हैं। पुडुचेरी, मणिपुर और छत्तीसगढ़ में एक-एक व्यक्ति के कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।