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CSIR रिपोर्ट में दावा, इन दो ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना का अधिक खतरा, जानें किस ब्लड ग्रुप वालों को है कम खतरा

By उस्मान | Updated: May 11, 2021 12:42 IST

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मांस का सेवन करने वाले भी अतिसंवेदनशील होते हैं

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ठळक मुद्देमांस का सेवन करने वाले भी कोरोना के प्रति अतिसंवेदनशील जानिये किन लोगों को है कोरोना का कम जोखिमकाउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च में खुलासा

काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) ने एक शोध पत्र प्रकाशित किया है जिसमें बताया गया है कि AB और B ब्लड ग्रुप वाले लोग अन्य ब्लड ग्रुप की तुलना में कोरोना वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील थे। शोध में कहा गया है कि 'ओ' ब्लड ग्रुप वाले लोग वायरस से सबसे कम प्रभावित  थे और उनमें से ज्यादातर में लक्षण नहीं थे बहुत हल्के लक्षण थे।

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जो लोग मांस का सेवन करते हैं, वे शाकाहारियों की तुलना में कोविड -19 के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। शाकाहारी भोजन में अधिक फाइबर सामग्री इसकी वजह बताई गई। 

फाइबर युक्त चीजों में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो संक्रमण के बाद की जटिलताओं को रोक सकता है और यहां तक कि संक्रमण को भी प्रकट होने से रोक सकता है।

देश भर में 10 हजार से अधिक लोगों के नमूनों का डेटा का विश्लेषण 140 डॉक्टरों के एक समूह द्वारा किया गया है। सर्वेक्षण में यह भी पाया गया है कि सबसे अधिक संक्रमित एबी ब्लड ग्रुप से आते हैं, इसके बाद बी ब्लड ग्रुप को भी देखा गया, जबकि ओ ग्रुप के लोगों में सबसे कम सर्वो पॉजिटिविटी देखी गई।

इस बारे में इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए आगरा के पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर अशोक शर्मा ने कहा कि सब कुछ किसी व्यक्ति की आनुवंशिक संरचना पर निर्भर करता है। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया से पीड़ित लोग मलेरिया से शायद ही कभी प्रभावित होते हैं। इसी तरह, ऐसे कई उदाहरण हैं जब पूरा परिवार कोविड से संक्रमित हो गया, लेकिन परिवार का एक सदस्य अप्रभावित रहा। यह सब आनुवंशिक संरचना के कारण है।

शर्मा ने कहा कि यह संभव है कि ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में एबी और बी समूहों की तुलना में इस वायरस के खिलाफ बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है, हालांकि इस अध्ययन पर अभी और ज्यादा स्टडी की जानी चाहिए। 

टॅग्स :कोरोना वायरसकोविड-19 इंडियाहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
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