देश में कोविड-19 से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 1,01,46,845 हो गई है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस से मृतक संख्या 1,47,092 हो गई है। कुल संक्रमितों में से अब तक 97 लाख से अधिक लोग संक्रमण से उबर चुके हैं।
मंत्रालय ने कहा कि मौत के 70 प्रतिशत से अधिक मामलों में रोगियों को अन्य बीमारियां भी थीं। देश में अब तक 97,17,834 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 95.77 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत बनी हुई है। चलिए जानते हैं कोविड-19 टीकाकरण का काम कहां तक पहुंचा है।
टीकाकरण पूर्वाभ्यास के लिए दो जिले चुने गएकेंद्र सरकार ने पंजाब के दो जिलों को 28 और 29 दिसंबर को होने वाले कोविड-19 टीकाकरण पूर्वाभ्यास के लिए चुना है। इस पूर्वाभ्यास का उद्देश्य स्वास्थ्य व्यवस्था में टीकाकरण के लिए तय प्रक्रिया का परीक्षण करना है। यह उन खामियों को बताएगा जिन्हें कोविड-19 टीकाकरण शुरू करने से पहले दूर किया जा सकता है।
जायडस कैडिला ने तीसरे चरण के लिए मांगी मंजूरी दवा कंपनी जायडस कैडिला ने कोविड-19 को लेकर उसका टीका 'जईकोव-डी' को पहले और दूसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण में सुरक्षित, कारगर और वायरस को लेकर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला पाया गया है। कंपनी अब जरूरी मंजूरी मिलने के बाद करीब 30,000 स्वयंसेवकों पर तीसरे चरण के क्लिनिकल परीक्षण की योजना बना रही है।
टीकाकरण का प्रशिक्षण लेंगे मेडिकल स्टाफराष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम (एनबीसीएफडीसी) ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईबीसी) से आने वाली नर्सों और फार्मासिस्ट को कोविड-19 टीकाकरण का प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपोलो मेडस्किल्स के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये।
टीके के लिये कोवाक्स के साथ मिला अरविंदो फार्माअरबिंदो फार्मा ने कहा कि उसने कोविड- 19 टीके को विकसित करने और उसका कारोबार करने के लिये अमेरिका की कंपनी कोवाक्स के साथ लाइसेंसिग समझौता किया है। कंपनी ने कहा है कि उसने भारत और यूनीसेफ के लिये कोविड- 19 के इलाज के लिये यूबी- 612 टीके को विकसित करने, उसका वाणिज्यिकरण और विनिर्माण के लिये एक विशिष्ट लाइसेंस समझौता किया है।
संक्रमित हो चुके लोगों को भी टीका लगवाना चाहिए टीका निर्माता कंपनी भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों को भी टीका लगवाना चाहिए। क्योंकि उनमें प्रतिक्रिया के लिये अच्छी टी कोशिकाएं नहीं होने की संभावना होती है।
कोवैक्सीन टीके ने बेहतर परिणाम भारत बायोटेक की ओर से विकसित किये जा रहे कोविड-19 के टीके 'कोवैक्सीन' ने पहले चरण के प्रतिभागियों को टीका लगाये जाने के तीन महीने बाद लंबे समय तक रहने वाली एंटीबॉडी और टी-सेल (प्रतिरोधक) प्रतिक्रिया को दिखाया है। दूसरे चरण के अध्ययन में सुरक्षा के अच्छे परिणाम निकलकर सामने आए हैं।