China coronavirus: कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के लिए 6 दिन में बनेगा विशेष अस्पताल
By उस्मान | Published: January 24, 2020 12:39 PM2020-01-24T12:39:12+5:302020-01-24T12:39:12+5:30
चीन में यह वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है, कई एशियाई देशों के भी इसकी चपेट में आने की खबरें हैं
चीन में खतरनाक कोरोना वायरस (coronavirus) के बढ़ते खतरे को देखते हुए वुहान शहर में वायरस से प्रभावित सैकड़ों लोगों के इलाज के लिए निमोनिया अस्पताल बनाने के आदेश दिए हैं। यह वही शहर है, जहां इस वायरस का पहला मामला सामने आया था। अब तक इस वायरस से 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 600 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने सरकारी निर्माण कंपनी को कैडियन जिले में एक इमरजेंसी अस्पताल को डिजाइन करने और बनाने का जिम्मेदारी दी है। अधिकारीयों ने इस अस्पताल का डिजाइन जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह अस्पताल पहले से बने बॉक्स को जोड़कर छह दिन में बनाकर तैयार हो जाएगा।
यह अस्पताल दो मंजिला हो सकता है। वुहान स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। आने वाले वक्त में हम लंबी लाइन देख सकते हैं, ऐसे में अस्पतालों में बेड की कमी पड़ जाएगी।
साल 2003 में सार्स (SARS) वायरस फैलने के दौरान ऐसे ही एक अस्पताल का निर्माण बीजिंग में छह दिनों और सात रातों में किया गया था। उस वायरस से निपटने के लिए इसका उपयोग लगभग 700 रोगियों के इलाज के लिए किया गया था।
कोरोना वायरस के लक्षण (Symptoms of Coronavirus)
यह वायरस निमोनिया का कारण बनता है। जो लोग इससे प्रभावित हैं, उन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ की खबर है। चूंकि यह वायरल निमोनिया है, इसलिए एंटीबायोटिक्स का कोई फायदा नहीं है। इसके लिए एंटीवायरल दवाओं का उपयोग किया जा सकता है जिससे लक्षणों की गंभीरता को कम किया जा सकता है।
कोरोना वायरस से बचने के उपाय
1) सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, इस वायरस से पीड़ित लोगों में बुखार, ठंड लगना, सिरदर्द, सांस लेने में तकलीफ और गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। इन लक्षणों से पीड़ित लोगों से दूर रहने की कोशिश करें।
2) यात्रा के दौरान ऐसे यात्रियों के संपर्क से बचने की कोशिश करनी चाहिए जो निमोनिया या सामान्य सर्दी के लक्षण जैसे खांसी, नाक का बहना आदि से पीड़ित हैं।
3) चीन में कई लोग फेस मास्क खरीद रहे हैं लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इस वायरस के मामले में कोई मास्क काम नहीं करेगा। बेहतर तरीका यह है कि लोगों के संपर्क में आने से बचें।
4) यात्रा के दौरान यात्रियों को अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोयें और बार-बार ऐसा करें। मनुष्यों को कोरोनवायरस से बचाने के लिए कोई टीके नहीं हैं।
5) अपने पास अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनिटाइज़र रखें ताकि अगर आपको हाथ धोने के लिए पानी न मिले तो आप इससे धो लें।
6) अपनी आंखों, नाक और मुंह को अनचाहे हाथों से छूने से बचें।
7) यात्रा के दौरान वेंटिलेशन को बेहतर बनाने के लिए अपनी सीट के ऊपर की हवा को खुला रखें।
8) यात्रा के दौरान अपनी सीट और आसपास की चीजों को वाइप से साफ कर लें।
9) अगर आप बीमार हैं, तो आपको यात्रा करने से बचना चाहिए।
10) जिंदा जानवरों से असुरक्षित संपर्क से बचना चाहिए। इसके अलावा अधपका मांस और अंडा खाने से बचें।
क्या है वायरस और कहां से आया?
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह एक तरह का कोरोना वायरस है, जो कोरोना वायरस फैमिली का है, जो पहले कभी सामना नहीं आया। अन्य कोरोना वायरस की तरह, यह समुद्री जानवरों से आया है। यह नया वायरस आमतौर पर पशु में उत्पन्न होते हैं। इबोला और फ्लू इसके उदाहरण हैं।
एशियाई देशों में भी पहुंचा
कोरोना वायरस का पता सबसे पहले पिछले महीने मध्य चीनी शहर वुहान में चला था और तब से यह चीन के बाहर फैल गया है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एक नए वायरस को काबू में करने के लिए सभी जरूरी उपाये करने का आदेश दिया है। संक्रामक रोगों पर चीन के एक शीर्ष विशेषज्ञ ने सार्स जैसे वायरस के मनुष्यों के बीच संक्रमण की पुष्टि की है जो देशभर में फैल चुका है और तीन अन्य एशियाई देशों में भी पहुंच चुका है।