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ये 'खास' चीजें कम उम्र में ही लड़कियों को कर ही हैं 'जवान', इनके बिना नहीं रह सकती लड़कियां

By भाषा | Updated: December 6, 2018 19:19 IST

आमतौर लड़कियों में यौवन 12-13 साल की उम्र में आता है लेकिन अब बहुत जल्दी आ रहा है। इसके कई कारण हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने जिस एक नए कारण का पता लगाया है, वो आपको हैरान कर सकता है।

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अक्सर आपने लोगों को यह बात कहते सुना होगा कि लड़कियां जल्दी बड़ी होती हैं। यह बात पूरी तरह सच है। लड़कियां अब जवानी की दहलीज पर बहुत जल्दी पहुंच रही हैं। हैरानी की बात यह है कि लड़कियों में दस साल की उम्र में ही यौवन दिखाई दे रहा है। आमतौर लड़कियों में यौवन 12-13 साल की उम्र में आता है लेकिन अब बहुत जल्दी आ रहा है। इसके कई कारण हैं लेकिन वैज्ञानिकों ने जिस एक नए कारण का पता लगाया है, वो आपको हैरान कर सकता है। शोधकर्ताओं ने कहा है कि जन्म से पहले टूथपेस्ट, मेकअप, साबुन और अन्य निजी प्रसाधन सामग्री में मौजूद रसायन के संपर्क में आने से कम उम्र में ही लड़कियों के युवा होने की संभावना बढ़ सकती है। 

अमेरिका के बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (यूसी) के शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लड़कियों की माताओं के शरीर में गर्भावस्था के दौरान डाईइथाइल थैलेट और ट्राईक्लोसन का स्तर अधिक था, उन लड़कियों को कम उम्र में ही युवा होते देखा गया। ये नतीजे 'ह्यूमन रिप्रोडक्शन' पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं।

यूएस सेंटर फॉर दी हेल्थ एसेसमेंट ऑफ मदर्स एंड चिल्ड्रेन ऑफ सलीनास (सीएचएएमएसीओएस) अध्ययन के तहत एकत्र किये गये आंकड़े से ये नतीजे प्राप्त हुए। 338 बच्चों पर यह अध्ययन किया गया, जिसमें पता चला कि जन्म से ही ये बच्चे युवावस्था की ओर बढ़ रहे हैं। डाईइथाइल पीएचथैलेट का इस्तेमाल अक्सर इत्र और सौंदर्य प्रसाधनों में स्टैबलाइजर के तौर पर किया जाता है।

यूसी बर्कले में एसोसिएट एडजंक्ट प्रोफेसर किम हर्ले ने कहा, 'हम जानते हैं कि अपने ऊपर हम जो भी चीजें इस्तेमाल करते हैं वे हमारे शरीर के अंदर तक जाती हैं, चाहे वे त्वचा के माध्यम से पहुंचें या हमारे श्वसन के जरिये पहुंचें अथवा गलती से हम उन्हें खा लें।' हर्ले ने कहा, 'हमें यह जानने की जरूरत है कि ये रसायन हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचान रहे हैं।'  

लड़कियों का समय से पहले जवान होने के यह भी हैं कारणलड़कियों के समय से पहले जवान होने के कारणों में लाइफस्टाइल में बदलाव, फास्‍ट फूड, सोशल मीडिया आदि भी शामिल हैं। वहीं समय से पहले सेक्‍स की इच्छा के कारण भी लड़कियां आठ से नौ साल की उम्र में ही किशोरावस्‍था में प्रवेश कर रही हैं। मोटापा के करान भी सेक्‍सुआलिटी प्रभावित होती है। बढ़ते बच्‍चों में मोटापे से यौवन उम्र से पहले ही आ जाता है। ये समस्‍याएं विशेष तौर पर लड़कियों के साथ अधिक होती हैं। 

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