मौसम बदलने के साथ ही वायरल बुखार होना स्वाभाविक है। इस समय वायरल से पीड़ित लोग लगभग सभी घरों में मिल जाएंगे लेकिन वायरल बुखार से छुटकारा पाने के लिए लगातार एंटीबायोटिक के सेवन के भी तमाम साइड इफेक्ट हैं। जरनल फिजिशियन डॉक्टर अजय लेखी आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे हैं जिससे आपको वायरल बुखार से छुटकारा भी मिल जाएगा और इसके साइड इफेक्ट भी नहीं हैं। दरअसल मौसम में बदलाव, खान-पान में गड़बड़ी या फिर शारीरिक कमजोरी की वजह से वायरल फीवर होता है। वायरल फीवर हमारे इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बहुत तेजी से बढ़ता है। वायरल का संक्रमण बहुत तेजी से एक इंसान से दूसरे इंसान तक पहुंच जाता है।
वायरल बुखार के मुख्य लक्षणवायरल होने से वाले शरीर में कुछ इस तरह के लक्षण दिखते हैं जैसे, गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द थकान, जोड़ों में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होना, आंखों का लाल होना और माथे का बहुत तेज गर्म होना आदि। बड़ों के साथ यह वायरल फीवर बच्चों में भी तेजी से फैलता है।
बुखार से पूर्व का उपायखाने मे इस्तेमाल आने वाला सादा नमक लेकर उसे तवे पर डालकर धीमी आंच पर सेकें। जब इसका कलर कॉफी जैसा काला भूरा हो जाए तो उतार कर ठण्डा करें। ठण्डा हो जाने पर एक शीशी में भरकर रखें।
जब आपको ये महसूस होने लगे की आपको बुखार आ सकता है तो बुखार आने से पहले एक चाय का चम्मच एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर ले लें। जब आपका बुखार उतर जाए तो एक चम्मच नमक एक बार फिर से लें। ऐसा करने से आपको बुखार कभी पलट कर नहीं आएगा।
डॉक्टर भी इस बात को मानते हैं कि भुना नमक खाने से बुखार तुरंत उतर जाता है। भुना नमक एक अचूक दवा है और इसे तैयार करना बेहद ही आसान है। इसे आप चाय या पानी किसी के साथ भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह प्रयोग एक दम खाली पेट करना चाहिए इसके बाद कुछ खाना नहीं चाहिए और ध्यान रखें कि इस दौरान रोगी को ठंड न लगे। अगर रोगी को प्यास ज्यादा लगे तो उसे पानी को गर्म कर उसे ठण्डा करके दें।
इस नुस्खे को अजमाने के बाद रोगी को करीब 48 घंटे तक कुछ खाने को न दें और उसके बाद उसे दूध, चाय या हल्का दलिया बनाकर खिलाऐं। ब्लड प्रेशर की समस्या है तो बिना डॉक्टर की सलाह के यह न करें।
1) हल्दी और अदरक का पाउडरअदरक में एंटी आक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं जो बुखार को ठीक करने में सहायक होते हैं। एक चम्मच काली मिर्च का चूर्ण, एक छोटी चम्मच हल्दी का चूर्ण और एक चम्मच सौंठ यानी अदरक के पाउडर को एक कप पानी और हल्की सी चीनी डालकर गर्म कर लें। जब यह पानी उबलने के बाद आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके पिएं। इससे वायरल फीवर से आराम मिलता है।
2) तुलसी का सेवनतुलसी में एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जिससे शरीर के अंदर के वायरस खत्म होते हैं। एक चम्मच लौंग के चूर्ण और दस से पंद्रह तुलसी के ताजे पत्तों को एक लीटर पानी में डालकर इतना उबालें जब तक यह सूखकर आधा न रह जाए। इसके बाद इसे छानें और ठंडा करके हर एक घंटे में पियें। वायरल बुखार से जल्द ही छुटकारा मिलेगा।
3) धनिया की चायधनिया को सेहत का धनी कहा जाता है, यह वायरल बुखार जैसे कई रोगों को खत्म करता है। वायरल बुखार में धनिया की चाय बहुत ही असरदार औषधि का काम करती है।
4) मेथी का पानीमेथी के दानों को एक कप में भरकर इसे रात भर के लिए भिगों लें और सुबह के समय इसे छानकर हर एक घंटे में पियें। जल्द ही आराम मिलेगा।
5) नींबू और शहदनींबू का रस और शहद भी वायरल फीवर के असर को कम करता है। वायरल फीवर में आप शहद और नींबू के रस का सेवन भी कर सकते हैं।