कैंसर एक एक जानलेवा बीमारी है और हर प्रकार के कैंसर के इलाज के लिए कई उपचार मौजूद हैं। इलाज बेहतर हो सकता है अगर लक्षणों के जल्दी पता चल जाए। अध्ययनों में साबित हुआ है कि कैंसर के इलाज में दवाओं के अलावा कुछ जड़ी बूटियां भी कारगर हो सकती हैं। अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च के एक अध्ययन में पाया गया है कि अदरक में कैंसर विरोधी प्रभाव होते हैं।
हल्दीहल्दी का खाना बनाने में इस्तेमाल किया जाता है. इस पीले मसाले में एक सक्रिय पॉलीफेनोल घटक करक्यूमिन पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक है। इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं।
कैसे करें इस्तेमाल इसका ज्यादा लाभ लेने के लिए काली मिर्च (पाइपेरिन) और जैतून के तेल के साथ मिलाएं। इसे सूखे रगड़ के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है या सूप, सॉस और स्टॉज में जोड़ा जा सकता है।
अदरक इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कैंसर से बचाते हैं। इसका उपयोग पेट की समस्याओं और मतली के लिए एक हर्बल उपचार के रूप में भी किया जाता है, और यह भूख बढ़ाने वाले के रूप में काम कर सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल आप अदरक का ज्यादा फायदा लेने के लिए इसे चाय में मिला सकते हैं. इसका रस शहद के साथ लेने से भी फायदेमंद हैं।
लाल मिर्चइस गर्म मिर्च में कैप्साइसिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो वजन घटाने में मदद करता है और एक एंटी इंफ्लेमेटरी भोजन है। केयेन में बीटा-कैरोटीन भी होता है। यह कैंसर कोशिकाओं के लिए विषाक्त माना जाता है और कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करता है।
केसरयह मसाला सबसे महंगा हो सकता है, लेकिन इसका फायदा भी अधिक होता है। इसमें क्रोकिन्स (पानी में घुलनशील कैरोटेनॉयड्स) होते हैं जो ट्यूमर के विकास और कैंसर की प्रगति को रोक सकते हैं।
अजवायनयह जड़ी-बूटी एंटीऑक्सिडेंट का सबसे बेहतर स्रोत है, जो कैंसर के विकास को धीमा कर सकती है। यह एपोप्टोसिस (कोशिका मृत्यु) को बढ़ावा देती है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं और यह एक नैचुरल कीटाणुनाशक है।
लहसुनलहसुन सबसे शक्तिशाली कैंसर विरोधी मसलों में एक है। लहसुन कई बीमारियों के साथ सर्दी और फ्लू से लड़ने में मदद करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को भी कम करता है।
इस बात का रखें ध्यान कैंसर एक घातक और जानलेवा बीमारी है और इसका सही समय पर इलाज जरूरी है। अगर आपको किसी तरह के लक्षण हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। सिर्फ घरेलू उपायों से यह बीमारी ठीक नहीं हो सकती है।