इस एक उपाय से 1 मिनट में ऐसे पाएं हिचकी से छुटकारा
By उस्मान | Published: February 19, 2018 01:33 PM2018-02-19T13:33:22+5:302018-02-19T13:39:30+5:30
अगर आपको बार-बार हिचकी आती है, तो आपको यह उपाय ट्राई करने के साथ-साथ डॉक्टर से भी सलाह लेनी चाहिए।
हिचकी एक ऐसी समस्या है, जिसे लोग गंभीरता से नहीं लेते हैं। लेकिन कई बार हिचकी इतनी तेज और देर तक आती है जिससे आपको परेशानी होने लगती है और ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। हिचकी की वजह से कई बार आपको दूसरे लोगों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है। इतना ही नहीं हिचकी के समय आपको बात करने और यहां तक कि कुछ खाने में भी परेशानी हो सकती है। अगर आप अक्सर हिचकी की परेशान रहते हैं, तो हम आपको इस समस्या से राहत पाने का एक आसान उपाय बता रहे हैं।
हिचकी क्यों आती है
जब शरीर में डायफ्राम सिकुड़ता है, तो हिचकी की समस्या होती है। डायफ्राम एक मांसपेशी होती है, जो छाती को पेट से अलग करती है। ये सांस लेने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाती है। आपको बता दें कि फेफड़ों में हवा भरने के लिए डायफ्राम का सिकुड़ना जरूरी होता है। डायफ्राम के बार-बार सिकुड़ने से फेफड़े तेजी से हवा अंदर खींचते हैं। ऐसा जोर से हंसने, मसालेदार चीजें खाने, जल्दी-जल्दी खाने या फिर पेट फूलने से हो सकता है। डॉक्टर के अनुसार, ज्यादा खानेपीने से भी हिचकी आ सकती है। इसका कारण यह है कि ज्यादा खाने से पेट फैलता है और पेट फैलने से एसिड भोजन नली में चला जाता है, जिससे डायाफ्राम में जलन होती है।
क्या हिचकी आना कोई गंभीर समस्या है
पूर्वी दिल्ली स्थित करुणा हॉस्पिटल में फिजीशियन डॉक्टर अविनाश के अनुसार, हिचकी का यह मतलब नहीं है कि व्यक्ति किसी विशिष्ट विकार या बीमारी से पीड़ित है। लेकिन बार-बार हिचकी आने का मतलब डायाफ्राम में इन्फ्लेमेशन, भोजन नली में विकार या यूरैमिया (खून में यूरिक एसिड का निर्माण) हो सकता है। इन मामलों में हिचकी लंबे समय तक आ सकती है। ऐसे मामले में आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
हिचकी से एक मिनट में राहत पाने का आसान उपाय
आपको इंटरनेट पर हिचकी से राहत पाने के कई उपाय मिल सकते हैं। लेकिन अगर आप हिचकी से जल्दी राहत पाना चाहते हैं, तो इसका सबसे आसान उपाय है थोड़ी देर के लिए अपनी सांस रोकना। अब कभी आपको हिचकी आए, तो गहरी सांस लें और कुछ सेकंड तक अपनी रोककर रखें। इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ें। ध्यान रहे कि केवल एक बार ऐसा करने से हिचकी सही नहीं होगी बल्कि आप दो से चार बार ऐसा करें। जब आप सांस रोकते हैं, तो आपके फेफड़ों में मौजूद हवा डायाफ्राम को नीचे धक्के देने में मदद करती है और आपको हिचकी से राहत मिलती है।