बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर कई सालों से अकिलिस टेंडिनाइटिस (Achilles Tendinitis) बीमारी से पीड़ित हैं। वो अपना इलाज जर्मनी में करा रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनकी एक वीडियो वायरल हो रही है जिसमें वो जर्मनी में इलाज के आखिरी दिन सड़क पर चलते नजर आ रहे हैं और पीछे 'फिर से उड़ चला' गाना बज रहा है। उनके चाहने वाले उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
पिछले साल अनिल ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि वह 10 से अधिक वर्षों से इस बीमारी से पीड़ित हैं। अनिल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था कि डॉक्टर हैंस-विल्हेम मुलर-वोल्फहर्ट की मदद से बिना किसी सर्जरी के वह इस स्थिति से उबर गए।
अनिल ने लिखा था 'मैं 10 साल से अधिक समय से अकिलिस टेंडन की समस्या से पीड़ित था। दुनिया भर के डॉक्टरों ने मुझे बताया था कि सर्जरी ही मेरा एकमात्र विकल्प था। डॉक्टर मुलर की मदद से बिना किसी सर्जरी के ठीक हो गया।
अकिलिस टेंडिनाइटिस क्या है? यह समस्या एड़ी में दर्द की है। इसमें चलते समय एड़ी के ऊपर जोरदार दर्द महसूस होता है. यह समस्या मुख्य रूप से खेल कूद में भाग लेने वालों के लिए आम होती है। हालांकि बुजुर्गों को एक्टिव लोगों को भी हो सकती है।
अकिलिस टेंडिनाइटिस के लक्षण इसका प्रधान लक्षण टखने से एड़ी तक चलते समय दर्द होना है।उस स्थान पर जकड़ाहत हो जाती है।
अकिलिस टेंडिनाइटिस के कारणजब टेंडन पर उसकी क्षमता से अधिक दबाव पड़ता है तो आगे जाकर दर्द में परिवर्तित हो जाता है।एथलेटिक्स, ज्यादा वजनी व्यक्ति, या ऐसे व्यक्ति जो ज्यादा देर तक खड़े रहते हैं या चलते है इनमें इस तरह का दर्द देखने को मिलता है।गलत तरीके सेचलना, या खड़े रहना भी मुख्य कारण होता है।चोट या आधा त सेभी यह दर्द और सूजन उत्पन्न होता है।
डॉक्टर को दिखाने का समयजब चलते समय एडी में दर्द बहुत अधिक हो गया होठीक तरह सेखड़े न हो पा रहे हो, पैर के पंजो को हिलाने में तकलीफ हो रही हो तो तुरंत वैदय या चिकित्सक के पास जाएं।
अकिलिस टेंडिनाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है? रोग का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपका शारीरिक परीक्षण करेंगे और पिंडली व एड़ी में दर्द से जुड़े कुछ प्रकार के सवाल पूछेंगे। स्थिति का ठीक से परीक्षण करने के लिए कई बार कुछ प्रकार के इमेजिंग टेस्ट भी किए जा सकते हैं, जैसे एक्स रे, एमआरआई स्कैन और अल्ट्रासाउंड स्कैन आदि।
अकिलिस टेंडिनाइटिस में क्या खाएंक्या खाएं- गेंहू की रोटी ,उबली हुई सब्जियां, मूंग व मसूर की दाल, चीनी के स्थान पर गुड़ व शहद का प्रयोग,दूध , मुनक्का, सेब, अंगूर इत्यादि फल खाएं।
यह न खाएं -सलाद, ठंडी चीजें, आइसक्रीम, ठंड पेय, केक, फास्ट फूड ,दही ,चावल ,घी ,तैलीय पदार्थ जैसी चीजें न ले। सब्जियों में अरबी, भिंडी आलू, टमाटर न खाए।