FIFA: गोल के मामले में रोनाल्डो को टक्कर दे रहा है यह खिलाड़ी, दो मैच में दागे चार गोल
By सुमित राय | Published: June 23, 2018 07:37 PM2018-06-23T19:37:08+5:302018-06-23T19:37:08+5:30
FIFA World Cup: लुकाकू ट्यूनीशिया के खिलाफ दूसरा गोल करने के साथ ही इस साल विश्व कप में सबसे गोल करने के मामले में रोनाल्डो की बराबरी कर ली।
मास्को (रूस), 23 जून। बेल्जियम की टीम ने रोमेलू लुकाकू और ईडन हजार्ड के दो-दो गोल की बदौलत ट्यूनीशिया को एकतरफा मुकाबले में 5-2 से हरा दिया। बेल्जियम की ओर से पहला गोल ईडन हजार्ड ने छठे मिनट में किया। इसके बाद 16वें और 45+3वें मिनट में रोमेलू लुकाकू ने गोल कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
लुकाकू ने ट्यूनीशिया के खिलाफ दूसरा गोल करने के साथ ही इस साल फीफा विश्व कप में सबसे गोल करने के मामले में रोनाल्डो की बराबरी कर ली। दोनों खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में अब तक 4-4 गोल किए हैं। बता दें कि रोमेलू लुकाकू ने इससे पहले पनामा के खिलाफ अपने पहले मैच में दो गोल किए थे और अपनी टीम को 3-0 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। (फीफा विश्व कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम चार गोल
फीफा विश्व कप के शुरू होने के साथ ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो काफी लय में नजर आ रहे हैं और सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में लुकाकू के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर हैं। पुर्तगाल टीम की ओर से अबतक 4 गोल किए गए हैं और चारो गोल रोनाल्डो ने ही किए हैं। रोनाल्डो ने इस साल वर्ल्ड कप में स्पेन के खिलाफ पहले मैच में हैट्रिक लगाते हुए 3 गोल किए, वहीं मोरक्को के खिलाफ उन्होंने एक गोल किया था।
घर की गरीबी मिटाने के लिए बना फुटबॉलर
लुकाकू के खेल की तरह उनकी निजी जिंदगी की स्टोरी काफी इंट्रेस्टिंग है। उन्होंने बचपन काफी गरीबी में बिताया है और घर की गरीबी दूर करने के लिए फुटबॉलर बनने का फैसला किया था। हाल ही में लुकाकू ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह छोटे थे तो उनके घर में खाने की कमी होती थी और कभी कभार वे अंधेरे में प्रार्थना करते थे, क्योंकि उनके पास अपार्टमेंट में बिजली का बिल भरने के लिए पैसा नहीं होता था।
रोमेलू लुकाकू ने इंटरव्यू में कहा कि हमारे पास इतना पैसा नहीं होता था कि हम पूरे हफ्ते के अंत तक की जरूरतों को पूरा कर सकें। हम सिर्फ गरीब ही नहीं थे, बल्कि बहुत गरीब थे। पच्चीस वर्षीय लुकाकू ने कहा कि मेरे पिता पेशेवर फुटबॉलर थे, लेकिन वह अपने करियर के अंतिम पड़ाव में थे और सारा पैसा खत्म हो चुका था।
इसके बाद ही उन्होंने फैसला किया था कि पेशेवर फुटबॉल से वह अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालेंगे और उन्होंने अपनी प्रतिभा के बूते यह कर भी दिखाया। अब वह मैनचेस्टर यूनाईटेड जैसे क्लब के साथ खेलते हैं। इससे पहले वह चेल्सी, वेस्ट ब्रोमविच एलबियोन और एवर्टन जैसे क्लबों में भी अपना हुनर दिखा चुके हैं।