सुनील छेत्री के बारे में नहीं जानते होंगे ये सब बातें, उनकी मां नेशनल टीम के लिए खेल चुकी हैं फुटबॉल
By सुमित राय | Published: August 3, 2018 07:32 AM2018-08-03T07:32:34+5:302018-08-03T07:32:34+5:30
Happy Birthday Sunil Chhetri: सुनील छेत्री के बर्थडे के मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां।
Happy Birthday Sunil Chhetri: भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री 34 साल के हो गए हैं। उनका जन्म तेलंगाना के सिकंदराबाद में 3 अगस्त 1984 को हुआ था। सुनील छेत्री के बर्थडे के मौके पर हम आपको बता रहे हैं उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां।
- 34 साल के सुनील छेत्री ने भारतीय टीम के लिए अब तक 101 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने कुल 64 गोल किए हैं। इंटरनेशनल गोल करने के मामले में सुनील छेत्री सक्रिय खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में लियोनल मेसी के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। सक्रिय फुटबॉलर्स में सबसे ज्यादा गोल पुर्तगाल के सुपरस्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने 150 मैचों में 81 गोल किए हैं।
- सुनील छेत्री का जन्म 3 अगस्त 1984 को तेलंगाना के सिकंदराबाद में हुआ था। उनकी मां का नाम सुशीला और पिता का नाम खरगा छेत्री है। सुनील के माता और पिता दोनों फुटबॉल प्लेयर रह चुके हैं, इसलिए उन्होंने भी बहुत ही कम उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। सुनील के पिता इंडियन आर्मी में थे और आर्मी की टीम के लिए खेलते थे, जबकि उनकी मां नेपाल की नेशनल टीम के लिए खेलती थीं।
- सुनील छेत्री ने 4 दिसंबर 2017 को अपनी गर्लफ्रेंड और सोनम भट्टाचार्य से शादी की थी। सोनम मोहन बागान के दिग्गज सुब्रत भट्टाचार्य की बेटी हैं। सोनम ने स्कॉटलैंड से बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक की डिग्री ली है।
- सुनील के पिता इंडियन आर्मी में थे, इसलिए समय-समय पर उनका ट्रांसफर होता रहता था। इस कारण सुनील छेत्री की पढ़ाई अलग-अलग शहरों में अलग-अलग स्कूल से पूरी हुई। उन्होंने अपनी पढ़ाई गंगटोक, दार्जलिंग, कोलकाता और दिल्ली से पूरी की है।
- सुनील छेत्री ने 17 साल के उम्र में अपना फुटबॉल करियर दिल्ली में 2001 में शुरू किया। इसके एक साल बाद ही मोहन बागान ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया और यही से साल 2002 में उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत हुई।
- सुनील छेत्री, मोहम्मद सलेम और बाइचुंग भूटिया के बाद फॉरेन क्लब के लिए खेलने वाले तीसरे भारतीय फुटबॉलर बने। ये तब हुआ जब उनको 2010 में कान्सास सिटी विजार्ड्स के लिए चुना गया। इंदर सिंह के बाद छेत्री ऐसे दूसरे भारतीय खिलाड़ी भी थे, जिन्होंने एशियन कप में एक से ज्यादा खेलों में गोल्स किए हैं।
- सुनील छेत्री ने साल 2007, 2009 और 2012 के नेहरू कप और 2011 में SAFF चैंपियनशिप में भारतीय टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। छेत्री को साल 2007, 2011, 2013 और 2014 में (कुल चार बार) AIFF प्लेयर ऑफ द ईयर चुना गया।
- सुनील छेत्री अपनी फिटनेस के लिए खासा ख्याल रखते हैं। वो 34 साल की उम्र में फिट रहने के लिए स्पेशल डाइट लेते हैं। वो कई बार अपने इंटरव्यू में भी बता चुके हैं कि वह अपनी डाइट में ओटमिल, अंडे, फल, ड्राई फ्रूट्स, कॉफी और नारियल पानी लेते हैं। वह अपनी इस डाइट रूटीन को लगातार 15 साल से फॉलो करते आ रहे हैं।
- स्पेशल डाइट के साथ-साथ सुनील नरेन फिटनेस के लिए डेली एक्सरसाइज करते हैं और चाहे कितना भी बिजी शेड्यूल हो वो एक्सरसाइज करना नहीं भूलते हैं। इसके अलावा मन की शांति के लिए मेडिटेशन की मदद भी लेते हैं। छेत्री ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अगर आप संयमित खानपान और जीवनशैली अपनाते हैं तो आपकी फिटनेस कभी खराब नहीं होगी।
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