FIFA: इस खिलाड़ी ने गरीबी के चलते किया था फुटबॉलर बनने का फैसला, पढ़ें इसकी निजी जिंदगी की स्टोरी
By भाषा | Published: June 23, 2018 08:04 AM2018-06-23T08:04:52+5:302018-06-23T08:04:52+5:30
बेल्जियम के इस स्ट्राइकर ने पनामा के खिलाफ दो गोल दागकर विश्व कप में शानदार तरीके से शुरुआत की, लेकिन बहुत कम लोग उनकी निजी जिंदगी से वाकिफ होंगे।
मास्को, 23 जून। बेल्जियम के स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकू ने पनामा के खिलाफ दो गोल दागकर विश्व कप फुटबॉल में शानदार तरीके से शुरुआत की, लेकिन बहुत कम लोग उनकी निजी जिंदगी की मुश्किलात से वाकिफ होंगे।
लुकाकू ने वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट दप्लेयर्सट्रिब्यून डॉट काम से बात करते हुए अपनी गरीबी के दिनों को याद करते हुए बताया कि जब वह छोटे थे तो उनके घर में खाने की कमी होती थी और कभी कभार वे अंधेरे में प्रार्थना करते थे, क्योंकि उनके पास अपार्टमेंट में बिजली का बिल भरने के लिए पैसा नहीं होता था। (फीफा विश्व कप की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
रोमेलू लुकाकू ने इंटरव्यू में कहा कि हमारे पास इतना पैसा नहीं होता था कि हम पूरे हफ्ते के अंत तक की जरूरतों को पूरा कर सकें। हम सिर्फ गरीब ही नहीं थे, बल्कि बहुत गरीब थे। पच्चीस वर्षीय लुकाकू ने कहा कि मेरे पिता पेशेवर फुटबॉलर थे, लेकिन वह अपने करियर के अंतिम पड़ाव में थे और सारा पैसा खत्म हो चुका था।
इस फॉरवर्ड ने याद करते हुए कहा कि वह सिर्फ छह साल के थे, जब उन्हें अपने परिवार की गरीबी का अहसास हुआ था। क्योंकि उन्होंने अपनी मां को दूध में पानी मिलाते हुए देखा था ताकि यह सभी के लिए पर्याप्त हो सके। यह भी पढ़ें- FIFA World Cup: गोल्डन बूट की रेस में सबसे आगे हैं ये खिलाड़ी, देखें दावेदारों की पूरी लिस्ट
इसके बाद ही उन्होंने फैसला किया था कि पेशेवर फुटबॉल से वह अपने परिवार को गरीबी से बाहर निकालेंगे और उन्होंने अपनी प्रतिभा के बूते यह कर भी दिखाया। अब वह मैनचेस्टर यूनाईटेड जैसे क्लब के साथ खेलते हैं। इससे पहले वह चेल्सी, वेस्ट ब्रोमविच एलबियोन और एवर्टन जैसे क्लबों में भी अपना हुनर दिखा चुके हैं।
रोमेलू लुकाकू बेल्जियम के लिए रिकॉर्ड स्कोरर रहे हैं, उन्होंने 70 मैचों में 38 गोल दागे हैं। लुकाकू ने अपने शानदार फॉर्म को विश्व कप में भी जारी रखा है और पनामा के खिलाफ दो गोल दागकर इसे साबित भी कर दिया।