भारत में अगले साल 17 फरवरी से 7 मार्च के बीच होगा फीफा विश्व कप, कोरोना के चलते बड़ा फेरबदल
By भाषा | Published: May 12, 2020 04:22 PM2020-05-12T16:22:19+5:302020-05-12T16:22:19+5:30
इस प्रतियोगिता में 16 टीमें भाग लेंगी और इसका आयोजन पांच स्थलों पर किया जाएगा।
कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप अब अगले साल भारत में ही 17 फरवरी से सात मार्च के बीच आयोजित किया जाएगा। विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था फीफा ने महामारी से पैदा हुई परिस्थितियों का गहन आकलन करने के बाद मंगलवार को यह फैसला किया।
पहले इस टूर्नामेंट का आयोजन इस साल दो से 21 नवंबर के बीच होना था लेकिन विश्व भर में कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण पिछले महीने इसे स्थगित कर दिया गया था। फीफा ने घोषणा की कि टूर्नामेंट के मूल पात्रता मानदंड बने रहेंगे और इस तरह से उसने एक जनवरी 2003 या उसके बाद और 31 दिसंबर 2005 या उससे पहले जन्में खिलाड़ियों को इसमें भाग लेने की छूट दे दी।
फीफा ने बयान में कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी के प्रभाव और फीफा परिसंघ कोविड-19 कार्य समूह की सिफारिशों के गहन मूल्यांकन के बाद फीफा परिषद ब्यूरो ने टूर्नामेंट के लिये प्रस्तावित नयी तिथियों की पुष्टि करने का फैसला किया।’’
इस प्रतियोगिता में 16 टीमें भाग लेंगी और इसका आयोजन पांच स्थलों पर किया जाएगा जिसमें कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई शामिल है। मेजबान देश होने के नाते भारत ने इस विश्व कप के लिए स्वत: ही क्वालीफाई कर लिया है। विश्व कप की नयी तिथि घोषित होने के बाद खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने टूर्नामेंट को पूरा समर्थन देने का वादा किया। रीजीजू ने ट्वीट किया, ‘‘मैं इसे सफल बनाने के लिए पूर्ण सहयोग और समर्थन का आश्वासन देता हूं।’’
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने भी बेहतरीन आयोजन का भरोसा दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अंडर-17 महिला विश्व कप की नई तारीखों को साझा करने में मुझे खुशी हो रही है। यह टूर्नामेंट अब 17 फरवरी से सात मार्च 2021 तक खेला जाएगा। मैं इस दौरान लगातार समर्थन के लिए अपने सभी हितधारकों को धन्यवाद देना चाहूंगा।
एआईएफएफ और एलओसी (स्थानीय आयोजन समिति) एक ऐतिहासिक टूर्नामेंट के लिए प्रतिबद्ध है।’’ एलओसी ने भी फैसले का स्वागत करते हुए पूरी तैयारी का भरोसा दिया। एलओसी ने कहा, ‘‘हम टूर्नामेंट की शानदार मेजबाजी करने का इंतजार कर रहे है। यह भारत में महिलाओं के फुटबॉल को विकसित करने और लोकप्रिय बनाने का सही मंच होगा।’’