भारत के इस फुटबॉल कोच की लाइफ पर बनेगी फिल्म, 1962 एशियन गेम्स में जितवाया था गोल्ड
By सुमित राय | Published: March 12, 2019 09:36 AM2019-03-12T09:36:56+5:302019-03-12T09:38:50+5:30
भारतीय टीम की सफलता के पीछे उस समय के कोच सैयद अब्दुल रहीम का हाथ था, जिनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने बड़ी सफलताएं दर्ज की थीं।
भारतीय फुटबॉल टीम भले ही आज के समय में खराब दौर से गुजर रही हो, लेकिन 1950-60 के दशक में भारतीय फुटबॉल टीम ने कई सफलताएं दर्ज की थी। भारत ने उस दौर में दिग्गज टीमों को हराया था और 1962 में इंडोनेशिया के जकार्ता में खेले गए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। भारतीय टीम की इस सफलता के पीछे उस समय के कोच सैयद अब्दुल रहीम का हाथ था, जिनके मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने बड़ी सफलताएं दर्ज की थीं।
अब सैयद अब्दुल रहीम की लाइफ पर बायोपिक बनने जा रही है और बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन उनकी भूमिका में नजर आएंगे। अजय देवगन इन दिनों कई प्रोजेक्ट्स में बिजी हैं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने इस बायोपिक को साइन कर ली है। अजय देवगन 17 साल बाद किसी बायोपिक में नजर आएंगे। इससे पहले उन्होंने फिल्म 'द लीजेंड ऑफ भगत सिंह' में भगत सिंह का किरदार निभाया था।
'बधाई हो' के डायरेक्टर अमित बना रहे हैं फिल्म
एक रिपोर्ट के मुताबिक 'बधाई हो' के डायरेक्टर अमित शर्मा इस फिल्म को बनाने जा रहे हैं। इस बायोपिक को बोनी कपूर, आकाश चावला और जॉय सेनगुप्ता प्रोड्यूस कर रहे हैं। अजय अपनी पीरियड ड्रामा फिल्म 'तानाजी : अनसंग वॉरियर' को पूरा करने के बाद अब अजय इस बायोपिक में काम करेंगे। शर्मा ने कहा कि फिल्म के साथ पूरा न्याय हो, इसके लिए हॉलीवुड से स्पोर्ट्स कोरियोग्राफर को बुलाया गया है। इसके अलावा फुटबॉल खिलाड़ियों से भी बात चल रही है ताकि वे एक्टर्स को उनकी स्पोर्ट्स स्किल्स विकसित करने में मदद करें।
जून में शुरू होगी फिल्म की शूटिंग
अमित शर्मा ने बताया कि फिल्म की शूटिंग जून माह से शुरू हो जाएगी। इसकी लोकेशन्स के लिए फिलहाल मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद और दिल्ली को चुना गया है। कोशिश है कि शॉट्स ओरिजनल लोकेशन्स पर लिए जा सकें इसके लिए फुटबॉल स्टेडियम के लिए भी एप्रोच किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिल्म में विजुअल इफेक्ट्स के जरिए 1950 के वक्त को दिखाने का प्रयास किया जाएगा। फिल्म 1951 से 1962 तक फुटबॉल जगत के स्वर्णिम सफर पर आधारित होगी।
सैयद रहीम ने जितवाया था गोल्ड मेडल
बता दें कि अब्दुल रहीम को फुटबॉल के वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। कोच के रूप में उनका करियर इंडियन फुटबॉल का गोल्डन पीरियड माना जाता है। उनके मार्गदर्शन में ही भारतीय टीम ने एशियन गेम्स में 1962 में उस वक्त की बेस्ट टीम साउथ अफ्रीका को हराकर गोल्ड मेडल जीता था। इसी दौरान इंडिया को फुटबॉल में तमाम सफलताएं मिली थीं। इसके बाद भारत को 'एशिया के ब्राजील' के खिताब से नवाजा गया था।