मोदी शपथग्रहण समारोह: 8 हजार मेहमानों के लिए 48 घंटे से पक रही है राष्ट्रपति भवन में दाल
By पल्लवी कुमारी | Published: May 30, 2019 02:30 PM2019-05-30T14:30:34+5:302019-05-30T14:30:34+5:30
नरेन्द्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। नरेन्द्र मोदी 30 मई की शाम 7 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। जिसमें तकरीबन 8 हजार लोग शामिल होंगे। बीजेपी लोकसभा चुनाव 2019 में 303 सीटों पर जीत दर्ज की है, इसके साथ ही एनडीए 353 सीटों पर है।
नरेंद्र मोदी अपने दूसरे कार्यकाल के लिए आज (30 मई) शाम 7 बजे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। मोदी के शपथग्रहण समारोह के लिए आठ हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है। इन आठ हजार लोगों को शाम के चाय-नाश्ते के साथ रात का डिनर भी कराया जाएगा। जानकारी के मुताबिक शपथग्रहण समारोह के लिए सरल और सादा भोजन बनाने की कोशिश की गई है।
राष्ट्रपति भवन के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने कहा, "राष्ट्रपति भवन में यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा।" इस मेगा इवेंट के लिए रात के खाने में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों व्यंजन शामिल होंगे। कई राज्यों के प्रमुखों, सरकारों के प्रमुखों, संवैधानिक अधिकारियों, राजनयिकों, वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं, सरकारी अधिकारियों और मीडिया व्यक्तियों को इस कार्यक्रम में शामिल होना है।
राष्ट्रपति भवन के रसाई की स्पेशिऐलिटी है 'दाल रायसीना'
खाने के मेनू में सूप, मछली, चिकन, सब्जियां नींबू की तीली और 'दाल रायसीना' शामिल है। 'दाल रायसीना' वो डिश है, जिसको पकाने में 48 घंटे लगते हैं। ये राष्ट्रपति भवन के रसाई की स्पेशिऐलिटी है। 'दाल रायसीना' को मां की दाल के नाम से भी जाना जाता है।
दाल रायसीना को पकने में 48 घंटे का समय लगता है और यही वजह है कि इस दाल को बनाने की तैयारी मंगलवार (28 मई) रात से ही की जा रही है। इस दाल को बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्रियों को खासतौर पर लखनऊ से मंगवाया गया है।
शेफ मछिन्द्र कस्तुरी ने दाल रायसीना की शुरुआत की
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के कार्यकाल के दौरान शेफ मछिन्द्र कस्तुरी ने दाल रायसीना की शुरुआत की थी और शेफ कस्तुरी का दावा है कि दाल रायसीना को पकने में सिर्फ 6 से 8 घंटे का वक्त लगता है जबकि राष्ट्रपति भवन के मौजूदा शेफ मॉन्टी सैनी कहते हैं कि दाल रायसीना को बनकर तैयार होने में 48 घंटे का वक्त लगता है। कुल मिलाकर देखें तो दाल के पकने के समय को लेकर विवाद भी शुरू हो चुका है।
शेफ कस्तुरी के मुताबिक इस दाल का टेक्सचर वेलविट जैसा होता है और इसमें हल्के मसालों के अलावा कसूरी मेथी के पत्ते भी डाले जाते हैं जो इस दाल का सीक्रेट इन्ग्रीडिएंट है। इस दाल को बनाने में काली उड़द को भी इस्तेमाल किया जाता है। इस दाल को एकदम सबसे धीमी आंच पर पकाया जाता है।