ब्लैकडेड्स, फेस पैक, महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स और SPF, स्किन केयर से जुड़े ये 5 मिथक हैरान कर देंगे आपको!
By मेघना वर्मा | Published: January 31, 2020 09:53 AM2020-01-31T09:53:07+5:302020-01-31T09:53:07+5:30
अक्सर हम अपने स्किन पर सभी तरह के एक्सपेरिमेंट करना शुरू कर देते हैं। फिर कुछ महिलाओं को एलर्जी का सामना करना पड़ता है तो कुछ को अपने अनुरूप रिजल्ट नहीं मिलते।
खुद को सुंदर दिखाने के लिए और अपनी स्किन को सदा जवां दिखाने के लिए महिलाएं क्या कुछ नहीं करतीं। पार्लर में ना सिर्फ हजारों रुपए खर्च करती हैं बल्कि अपना कीमती वक्त भी खर्च करती हैं। हजारों ब्यूटी टिप्स को फॉलो करती हैं मगर ऐसे में सही टिप्स कौन सी है और गलत टिप्स या मिथक क्या-क्या है ये समझ पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में हम सभी चीजों पर विश्वास कर बैठते हैं। अपने स्किन पर सभी तरह के एक्सपेरिमेंट करना भी शुरू कर देते हैं। फिर कुछ महिलाओं को एलर्जी का सामना करना पड़ता है तो कुछ को अपने अनुरूप रिजल्ट नहीं मिलते। आज हम आपको आपकी स्किन से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथक और उनकी सच्चाई बताने जा रहे हैं। इन मिथकों को आप अभी भी सच समझती होंगी।
स्किन से जुड़े मिथक
1. मिथक - जितनी तेजी से आप एक्सफॉलिएट करेंगी, उतनी बेहतर त्वचा होती।
सच्चाई - इसे आप उल्टा करके समझें। आप जितनी जोर से एक्सफॉलिट करेंगी आपकी स्किन को उतना ही नुकसान पहुंचेगा। आपके चेहरे की स्किन आपकी पूरी बॉडी की स्किन से ज्यादा नाजुक होती है इसलिए इनपर हाथ का बहुत कम प्रेशर लगाएं। अगर आप अपने चेहरे पर ज्यादा एक्सफॉर्लिएशन करेंगी तो आपकी त्वचा से नैसर्गिक ऑयल्स नष्ट हो जाएंगे।
2. मिथक - ब्लैकडेड्स चेहरे की गंदगी से आते हैं और इन्हें स्क्रब से हटाया जा सकता है।
सच्चाई - ब्लैकडेड्स चेहरे की गंदगी से नहीं बल्कि आपके हार्मोन्स में बदलाव के कारण आते हैं। बाजार में भले ही कितने प्रोडक्ट्स और क्लींजर्स क्यों ना आएं इन्हें आप जड़ से कभी खत्म नहीं कर सकते। ये बस एक मिथक मात्र है।
3. मिथक - फेस पैक लगाने के बाद स्किन जितनी ज्यादा जलेगी, उतनी ही अट्रैक्टिव लगेगी।
सच्चाई - ये बिल्कुल गलत है। फेस पैक लगाने के बाद स्किन पर जलन की शिकायत करते हैं तो आपको तुरंत जवाब मिलता है कि प्रॉडक्ट आपकी स्किन पर काम कर रहा है मगर ये एकदम गलत है। बर्निंग, सेंसेशन की सबसे बड़ी वजह होती है प्रॉडक्ट में मौजूद केमिकल्स और प्रॉडक्ट का आपकी त्वचा को सूट ना होना। इसलिए अगली बार स्किन जले तो तुरंत फेस पैक धो लें।
4. मिथक - महंगे स्किनकेयर प्रॉडक्ट्स बेहतर नतीजे देते हैं।
सच्चाई - केवल कीमत ज्यादा होने से क्वालिटी अच्छी होती है ये एकदम गलत बात है। कीमत कभी भी प्रॉडक्ट की गुणवत्ता और प्रभाव को परिभाषिक नहीं करती। इसलिए प्राइस टैग पर कभी ना जाएं।
5. मिथक - जितना ज्यादा एसफीएफ होगा, उतनी अच्छी सुरक्षा।
सच्चाई - असल में तीन तरह के यूवी रेज होती हैं- यूवीए, यूवीबी और यूवीसी। ये सभी किरणें हमारी स्किन के लिए हानिकारक होती हैं। वहीं जब बात एसफीएफ की आती है तो यह हमारी स्किन को केवल यूवीबी किरणों से बचाते हैं जो स्किन को जला सकती है और उम्रदराज दिखा सकती है। इसलिए जब आप सनस्क्रीन की बात करते हैं तो आपको केवल एसपीएफ नहीं बल्कि वह किन-किन चीजों से स्किन की रक्षा करती है ये भी देखना चाहिए।