विवि, कॉलेजों में प्रथम वर्ष के छात्र बिना परीक्षा 50 फीसदी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किए जाएंगे अगली कक्षा में प्रमोट: निशंक
By एसके गुप्ता | Published: May 5, 2020 04:40 PM2020-05-05T16:40:36+5:302020-05-05T16:53:32+5:30
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विश्वविद्यालयों के अलावा यूजीसी में भी कोविड-19 टीम का गठन किया गया है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि देश के 800 विश्वविद्यालयों में रूकी परीक्षाओं और छात्रों के मूल्यांकन को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने यहां कोविड-19 टीम बनाएं। छात्रों को कहीं कोई समस्या है तो वह विश्वविद्यालय गठित कोविड-19 टीम के सामने अपनी समस्याएं रखेंगे। सोशल मीडिया पर संवाद के दौरान निशंक ने पुणे के छात्र जय मिश्रा के सवाल पर जवाब में कहा कि विश्वविद्यालयों में प्रथम वर्ष के छात्रों की शेष परीक्षाएं आयोजित नहीं होंगी।
छात्रों को उनके असाईनमेंट और प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर 50 फीसदी अंक दिए जाएंगे और शेष 50 फीसदी अंक उनकी पूर्व में हुई परीक्षाओं के आधार पर आंतरिक मूल्यांकन करते हुए देकर अगली कक्षाओं में प्रमोट किया जाएगा। द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए एक जुलाई से 30 जुलाई के बीच परीक्षाएं होंगी। उन्होंने कहा कि यूजीसी की ओर से गठित कमेटी की सिफारिशों के आधार पर पहले ही नए सत्र के लिए शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया जा चुका है।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि विश्वविद्यालयों के अलावा यूजीसी में भी कोविड-19 टीम का गठन किया गया है। अगर किसी छात्र को कोई समस्या या परेशानी है तो वह यूजीसी की कोविड-19 टीम को अपनी परेशानी से अवगत करा सकता है। उन्होंने छात्रों की ओर से परीक्षा को लेकर चिंता जाहिर करने पर कहा कि छात्र स्वयं पोर्टल और दीक्षा पोर्टल पर हर विषय के अपलोड किए गए लेक्चर की सहायता से पढाई करें। इसके अलावा दूरदर्शन के चैनल पर 24 घंटे शैक्षणिक चैनल चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यूजीसी चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह ने अपडेट दिया है कि विश्वविद्यालयों में लॉकडाउन के दौरान शिक्षक पूरी मेहनत करके छात्रों को ऑनलाइन पढा रहे हैं। एनआईटी आंध्र प्रदेश के छात्र रवि द्वारा फीस वृद्धि पर पूछे गए सवाल पर निशंक ने कहा कि सभी आईआईटी और एनआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि वह कोरोना महामारी संकट को ध्यान में रखते हुए फीस नहीं बढाएंगे। उन्होनें आईआईटी, एनआईटी और आईआईएम के छात्रों से अपील की है कि वह छात्र अपने नए प्रयोग और तकनीकी मॉडल को युक्ति पोर्टल पर अपलोड करें। जिससे दूसरे छात्रों का भी ज्ञान बढेगा।
चालू शैक्षणिक सत्र 2020 के लिए अकादमिक कैलेंडर :
-16 मार्च से 15 मई 2020 तक ई-लर्निंग माध्यमों से पढाई हो।
-31 मई 2020 तक छात्रों से असाइनमेंट, प्रोजेक्ट रपट, इनटर्नशिप रपट, और प्लेसमेंट प्रक्रिया को ऑनलाइन से पूरा करा लिया जाए।
-ग्रीष्मावकाश एक जून से 30 जून 2020 तक रहेगा।
-एक जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक परीक्षाएं होंगी।
-उत्तर पुस्तिकाएं जांचने से लेकर परीक्षा परिणाम जारी करने का काम 31 जुलाई से 14 अगस्त 2020 तक पूरा किया जाए।
यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के लिए नया अकादमिक कैलेंडर :
-दाखिला प्रक्रिया : 01 अगस्त 2020 से 31 अगस्त 2020 तक
-कक्षाएं शुरू हों : द्वितीय और तृतीय वर्ष के लिए 01 अगस्त 2020 से और फ्रेश बैच की कक्षाएं 01 सितंबर 2020 से शुरू होंगी।
-परीक्षाएं : 01 जनवरी 2021 से 25 जनवरी 2021 तक होंगी।
-कक्षाएं प्रारंभ होंगी : 27 जनवरी 2021 से
-कक्षाएं समाप्त होंगी : 25 जून 2021 से
-ग्रीष्मावकाश : 01 जुलाई से 30 जुलाई 2021 तक
-अगला सत्र : 02 अगस्त 2021