ऑनलाइन क्लास के लिए इस राज्य के छात्र पहाड़ और पेड़ों पर चढ़ने को मजबूर, मीलों पैदल भी चल रहे हैं
By प्रिया कुमारी | Published: August 17, 2020 09:15 AM2020-08-17T09:15:31+5:302020-08-17T09:15:31+5:30
ओडिशा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने कहा कि ऑनलाइन क्लास के लिए राज्य के स्टूडेंट को मीलों दूर जाना पड़ता है क्योंकि इंटरनेट की कनेक्टिविटी बहुत ही खराब है।
कोरोना महामारी के कारण स्कूल कॉलेज बंद हैं और स्टूडेंट ऑनलाइन क्लास ले रहे हैं। लेकिन में ओडिशा में स्टूडेंट इंटरनेट की दिक्कत के कारण मीलों दूर जाकर ऑनलाइन क्लास करने पर मजबूर हो रहे हैं। ओडिशा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास ने बताया कि खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण कई छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने के लिए मीलों पैदल चलना, पहाड़ियों और पेड़ों पर चढ़ना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि राज्य में लगभग 22 लाख छात्र अब ई-शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं, जबकि शेष 38 लाख छात्र अपने क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध नहीं होने के कारण सुविधा से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पीएम मोदी के साथ राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी के विस्तार के लिए मामला उठाया है। मंत्री ने यह बात जिला मुख्यालय कस्बा जाजपुर में स्वतंत्रता दिवस समारोह में तिरंगा फहराने के बाद कही।
इंटरनेट कनेक्शन के लिए पेड़ों पर चढ़ने पर मजबूर स्टूडेंट
कोरोना के कारण मार्च से ही सारे स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, इसलिए राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार ने ऑनलाइन क्लास को बढ़ावा दिया और क्लासेस शुरू किया है। लेकिन ओडिशा में विभिन्न हिस्सों में खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण केवल एक-तिहाई छात्र ही इस सुविधा का लाभ उठा पा रहे हैं।
सरकारी छात्रों द्वारा मिले रिपोर्टों के अनुसार, रायगढ़ जिले में बच्चे मीलों पैदल चलकर और पहाड़ियों पर चढ़कर ऑनलाइन क्लास लेने के लिए जाते हैं। संबलपुर और देवगढ़ जिलों में छात्र नेट कनेक्टिविटी प्राप्त करने के लिए पानी के टैंकों पर चढ़ते हैं। वहीं दूसरे जिलों में इंटरनेट कनेक्शन के लिए स्टूडेंट को पेडों पर चढ़ना पड़ता है।