MSBSHSE 10th Results: मां दूसरों के घर में बनाती थी खाना, 85.40 % अंक लाकर साक्षी ने माता-पिता की मेहनत को बनाया सफल
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: June 9, 2019 08:06 AM2019-06-09T08:06:43+5:302019-06-09T08:06:43+5:30
मां रसोई बनाने का काम तो पिता निजी काम कर घर चलाते हैं. देवली, जिला वर्धा में शिक्षा की पर्याप्त सुविधा न होने से उन्होंने अपनी बेटी साक्षी बोकड़े को मामा के पास नागपुर में पढ़ने के लिए भेजा.
साक्षी ने भी 85.40 प्रतिशत अंक हासिल कर अपने माता-पिता की मेहनत का फल उन्हें दे दिया है. साक्षी ज्ञानेश्वर बोकड़े देवली, जिला वर्धा की रहवासी है. साक्षी की मां रसोई बनाने का काम करती हैं. पिता भी निजी काम कर घर चलाते हैं. साक्षी अच्छी शिक्षा प्राप्त करे, ऐसी उसके माता-पिता की इच्छा थी.
इस कारण उन्होंने नागपुर में उसे पढ़ाई करने के लिए मामा के पास भेजा. साक्षी के मामा गोरेवाड़ा बोरगांव में रहते हैं और वे शिक्षक हैं. साक्षी ने माता-पिता की मेहनत को सार्थक कर दिया है. जाईबाई चौधरी ज्ञानपीठ में वह दसवीं की पढ़ाई कर रही थी. स्कूल से घर जाने के बाद रोजाना वह छह घंटे पढ़ाई करती थी. इससे उसे सफलता भी मिली है. दसवीं के बाद इंजीनियर बनने की इच्छा साक्षी ने जताई है.