लोकमत विशेष: विश्वविद्यालयों में एक अगस्त से दाखिला प्रक्रिया और एक सितंबर से शुरू होगा नया सत्र

By एसके गुप्ता | Published: April 30, 2020 06:05 AM2020-04-30T06:05:36+5:302020-04-30T06:05:36+5:30

साल 2020 ही नहीं 2021 में भी सत्र की शुरुआत के लिए शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया जून की बजाए अगस्त से शुरू होगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार देर शाम नए अकादमिक सत्र की पढाई और परीक्षाओं को लेकर गठित की गई  यूजीसी कमेटियों की सिफारिशों को संस्तुति दे दी।

Lokmat Exclusive: Admission process in universities from August 1 and new session from September 1 | लोकमत विशेष: विश्वविद्यालयों में एक अगस्त से दाखिला प्रक्रिया और एक सितंबर से शुरू होगा नया सत्र

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)

Highlightsकोविड 19 से प्रभावित विश्वविद्यालयों का नया एकेडमिक कैलेंडर डेढ़ माह की देरी से शुरू होगा।साल 2020 ही नहीं 2021 में भी सत्र की शुरुआत के लिए शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया जून की बजाए अगस्त से शुरू होगी।

कोविड 19 से प्रभावित विश्वविद्यालयों का नया एकेडमिक कैलेंडर डेढ़ माह की देरी से शुरू होगा। साल 2020 ही नहीं 2021 में भी सत्र की शुरुआत के लिए शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया जून की बजाए अगस्त से शुरू होगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार देर शाम नए अकादमिक सत्र की पढाई और परीक्षाओं को लेकर गठित की गई  यूजीसी कमेटियों की सिफारिशों को संस्तुति दे दी।

यूजीसी से मान्यता प्राप्त देश की 800 यूनिवर्सिटी पर यह नया अकादमिक कैलेंडर लागू हो गया है। सिफारिशों को लागू करने से पहले बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के नेतृत्व में लंबी बैठक चली। इसमें एचआरडी सचिव (उच्च शिक्षा) अमित खरे, यूजीसी चेयरमैन प्रो.डीपी सिंह, यूजीसी सचिव प्रो. रजनीश जैन और अकादमिक कैलेंडर की सिफारिशों के लिए गठित कमेटी के चेयरमैन व हरियाणा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरसी कुहाड मौजूद थे।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि यूजीसी ने नए अकादमिक सत्र की शुरुआत और परीक्षा आयोजन को लेकर कुहाड कमेटी की सिफारिशों को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। विश्वविद्यालयों में सप्ताह में पांच दिन के स्थान पर छह दिन शैक्षणिक कार्य चलाने के लिए कहा गया है। जहां तक छात्रों की कक्षा उपस्थिति की बात है तो इसके लिए समिति ने सिफारिश की है कि लॉकडाउन पीरियड को छात्रों की उपस्थिति के तौर पर दर्ज किया जाए।

ऑनलाइन परीक्षाओं के साथ ऑफ परीक्षाएं आयोजित करने का मॉडल

कमेटी ने कहा कि उन्होंने कई विश्वविद्यालयों के वीसी, हेड और प्रिंसिपल्स से चर्चा की है। जिसके बाद यह तथ्य सामने आया है कि कुछ विश्वविद्यालय आंतरिक मूल्यांकन प्रणाली के तहत छात्रों को 100 में से 30 अंक देते हैं बाकी 70 अंकों की परीक्षाएं होती हैं। क्योंकि यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों में क्रेडिट बेस्ड च्वाइस सिस्टम (सीबीसीएस) लागू किया हुआ है। ऐसे में उच्च शिक्षण संस्थानों में मल्टी च्वाइस क्विश्चन (एमसीक्यू) आधारित परीक्षाएं ओएमआर शीट पर आयोजित की जाएं।

संस्थान ओपन बुक टेस्ट भी आयोजित कर सकते हैं। इसमें कम समय लगेगा और परिणाम भी निश्चित समय में बिना त्रुटि के जारी किए जा सकेंगे। कमेटी ने यह भी कहा है कि विश्वविद्यालय इंटरनल अस्समेंट के आधार पर 30 की बजाए 50 अंकों का निर्धारण कर सकते हैं। छात्रों से उनकी इंटर्नशिप रपट, रिसर्च पेपर और असाइंनमेंट ऑनलाइन मंगा सकते हैं।

कमेटी ने यह भी सिफारिश की है कि दूर-दराज के क्षेत्रों में ऐसे शिक्षण संस्थान और विश्वविद्यालय भी हैं जहां ऑनलाइन तकनीक मॉडल पर परीक्षाएं आयोजित कराने के लिए ढांचागत सुविधाओं की कमी है। ऐसे विश्वविद्यालयों को उनके अनुसार पठन-पाठन और परीक्षाएं आयोजित करने की छूट देनी चाहिए।

पढ़ाई के लिए ऑनलाइन मोड की सिफारिश

कोविड-19 में संक्रमण से बचाव के लिए इग्नू कुलपित प्रो. नागेश्वर राय कमेटी ने यूजीसी से कहा है कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्वयं पोर्टल, स्वयं प्रभा और दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले चैनल के अलावा ऑल इंडिया रेडियों पर विषयों के रिकॉर्ड लेक्चर प्रसारित किए जाएं। इसके अलावा संस्थानों के शिक्षक भी वाट्सअप ग्रुप बनाकर और वीडियों चैट के जरिए छात्रों को पढाएं। सरकार के पोर्टल पर ज्यादा मात्रा में ऑनलाइन पढाई के लिए सामग्री एकत्रित हो सके, इसके लिए शिक्षकों के रिकॉर्ड लेक्चर वहां अपलोड किए जाएं।

चालू शैक्षणिक सत्र 2020 के लिए अकादमिक कैलेंडर

-16 मार्च से 15 मई 2020 तक ई-लर्निंग माध्यमों से पढाई हो।

-31 मई 2020 तक छात्रों से असाइनमेंट, प्रोजेक्ट रपट, इनटर्नशिप रपट, और प्लेसमेंट प्रक्रिया को ऑनलाइन से पूरा करा लिया जाए।

-ग्रीष्मावकाश एक जून से 30 जून 2020 तक रहेगा।

-एक जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक परीक्षाएं होंगी।

-उत्तर पुस्तिकाएं जांचने से लेकर परीक्षा परिणाम जारी करने का काम 31 जुलाई से 14 अगस्त 2020 तक पूरा किया जाए।

यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों के लिए नया अकादमिक कैलेंडर

-दाखिला प्रक्रिया : 01 अगस्त 2020 से 31 अगस्त 2020 तक

-कक्षाएं शुरू हों : द्वितीय और तृतीय वर्ष के लिए 01 अगस्त 2020 से  और फ्रेश बैच की कक्षाएं 01 सितंबर 2020 से शुरू होंगी।

-परीक्षाएं : 01 जनवरी 2021 से 25 जनवरी 2021 तक होंगी।

-कक्षाएं प्रारंभ होंगी : 27 जनवरी 2021 से

-कक्षाएं समाप्त होंगी : 25 जून 2021 से

-ग्रीष्मावकाश : 01 जुलाई से 30 जुलाई 2021 तक

-अगला सत्र : 02 अगस्त 2021

Web Title: Lokmat Exclusive: Admission process in universities from August 1 and new session from September 1

पाठशाला से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे