CBSE ने बनाया नया प्लान, 12वीं के 29 विषयों की करवाएगा परीक्षाएं, लॉकडाउन के बाद हो सकती है परीक्षा की तिथियों की घोषणा
By मनाली रस्तोगी | Published: April 14, 2020 11:08 AM2020-04-14T11:08:00+5:302020-04-14T11:08:00+5:30
कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण हुए लॉकडाउन के चलते CBSE ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रोक दिया था। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड ने कहा कि इन इलाकों में भी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। इसके लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) सिर्फ 12वीं के 29 विषयों के पेपर करवाएगा, जिसकी तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रसार की वजह से देश भर में हो रही तमाम बोर्ड परीक्षाओं को रोक दिया गया था। ऐसे में 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम को लेकर सीबीएसई ने एक नई नीति बनाई है। अब सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं के उन्हीं विषयों के एग्जाम कराएगा जो कि जरूरी हैं। इस तरीके से अब सिर्फ 12वीं के 29 विषयों के पेपर होंगे। लॉकडाउन खत्म होने के बाद ये तय किया जाएगा की एग्जाम कब से शुरू होंगे।
खबरों के अनुसार, 10वीं के जो एग्जाम रह गए थे उनमें कुछ ऐसे थे जो जरूरी विषयों के नहीं थे। वहीं 12वीं के कुछ जरुरी एग्जाम होने बाकी हैं। यही वजह है की बोर्ड ने तय किया है कि 12वीं के 29 विषयों के ही एग्जाम लॉकडाउन के बाद करवाए जाएंगे। वैसे स्टूडेंट्स अधिक जानकारी के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
हालांकि, विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की बची हुई परीक्षाओं को सीबीएसई ने रद्द कर दिया है। यहां सीबीएसई बची हुई परीक्षाओं को नहीं लेगा। वहीं, देश में सीबीएसई पुन: परीक्षा कब से शुरू करेगा, इसकी सूचना बोर्ड परीक्षा शुरू होने से लगभग 10 दिन पहले सभी छात्रों को देगा। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर परीक्षा की तिथि तथा अन्य जानकारियां पर जारी की जाएंगी।
सीबीएसई ने बदला पैटर्न
सीबीएसई बोर्ड ने परीक्षाओं का पैटर्न शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए बदल दिया है। कक्षा 9 से 12 तक में अब 20 प्रतिशत सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। मार्च में जारी किए गए एक सर्कुलर में इसकी जानकारी सीबीएसई द्वारा दी गई है। ऐसे में अब इस सर्कुलर के अनुसार, थ्योरी पेपर में 20 फीसदी सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे, जिसमें मल्टीपल च्वाइस क्वेश्चन (MCQ) भी शामिल होंगे। इसी तरह से 20 प्रतिशत और 10 प्रतिशत केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल पूछे जाएंगे।