ट्रिपल क्राउन हासिल कर आईआईएम-इंदौर ने की आईआईएम-कोलकाता की बराबरी
By भाषा | Published: December 11, 2019 05:48 PM2019-12-11T17:48:36+5:302019-12-11T17:48:36+5:30
दुनिया भर के बिजनेस स्कूलों को परखने वाली संस्था यूरोपियन फॉउंडेशन फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (ईएफएमडी) ने गुणवत्ता के अलग-अलग पैमानों पर इंदौर के भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम-इंदौर) को खरा आंका है।
दुनिया भर के बिजनेस स्कूलों को परखने वाली संस्था यूरोपियन फॉउंडेशन फॉर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (ईएफएमडी) ने गुणवत्ता के अलग-अलग पैमानों पर इंदौर के भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम-इंदौर) को खरा आंका है। इसके साथ ही, आईआईएम-इंदौर तीन प्रमुख वैश्विक संस्थाओं के प्रत्यायन हासिल करने वाला देश का दूसरा प्रबंधन शिक्षा संस्थान बन गया है। आईआईएम-इंदौर के निदेशक प्रोफेसर हिमांशु राय ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, "प्रबंधन विकास के क्षेत्र में काम करने वाली बेल्जियम स्थित संस्था ईएफएमडी ने हमें ईएफएमडी क्वालिटी इम्प्रूवमेंट सिस्टम (इक्विस) का प्रतिष्ठित प्रत्यायन प्रदान किया है।"
राय ने बताया कि आईआईएम-इंदौर के पास ब्रिटेन स्थित संस्था एसोसिएशन ऑफ एमबीएज (एएमबीए) और अमेरिका की संस्था एसोसिएशन टू एडवांस कॉलेजिएट स्कूल्स ऑफ बिजनेस (एएसीएसबी) का प्रत्यायन पहले से है। उन्होंने बताया, "देश भर के 20 भारतीय प्रबंध संस्थानों (आईआईएम) में आईआईएम-इंदौर से पहले आईआईएम-कोलकाता ने ही ट्रिपल क्राउन की उपलब्धि हासिल की है। फिलहाल दुनिया भर में ऐसे केवल 90 बिजनेस स्कूल हैं जिनके पास ट्रिपल क्राउन है।"
प्रबंधन शिक्षा जगत की शब्दावली में "ट्रिपल क्राउन" की उपलब्धि का संबंध उन संस्थानों से है जिनके पास बिजनेस स्कूलों के काम-काज को परखने वाली तीनों प्रमुख वैश्विक संस्थाओं के प्रत्यायन हों। राय ने कहा कि "ट्रिपल क्राउन" मिलने के बाद आईआईएम-इंदौर प्रबंधन शिक्षा के वैश्विक नक्शे पर स्थापित हो गया है। इस उपलब्धि के बाद शोध और शिक्षकों व विद्यार्थियों के लेन-देन कार्यक्रमों को लेकर अंतरराष्ट्रीय बिजनेस स्कूलों के साथ आईआईएम-इंदौर का सम्पर्क बढ़ेगा।
इससे संस्थान के विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के दौरान वैश्विक नियोक्ताओं की तादाद और वेतन के स्तर में भी इजाफे की उम्मीद है। वर्ष 1996 में स्थापित आईआईएम-इंदौर के अलग-अलग नियमित पाठ्यक्रमों में फिलहाल करीब 1,700 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं।