अमेरिका को पछाड़कर भारत बन सकता डिजिटल क्रांति का अगुआ, फिक्की की रिपोर्ट में आये दिलचस्प आंकड़ें
By विकास कुमार | Published: April 14, 2019 09:32 AM2019-04-14T09:32:32+5:302019-04-14T09:41:31+5:30
2020 तक डिज़िटल मनोरंजन इंडस्ट्री का राजस्व बॉलीवुड इंडस्ट्री के राजस्व को पार कर जायेगा. ऐसा इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डिज़िटल उद्योग का राजस्व 22400 करोड़ जबकि इसी समय बॉलीवुड इंडस्ट्री का राजस्व 19200 करोड़ के आसपास रहेगा.
भारत 2020 तक पूरी दुनिया में ‘वीडियो कंटेंट’ देखने के मामले में दुसरे पायदान पर पहुँचने वाला है और अगर डिजिटल क्रांति की रफ़्तार ऐसे ही बरकरार रही तो भारत को अमेरिका को पीछे छोड़कर टॉप करने में ज्यादा वक़्त नहीं लगेगा. ऐसा हाल ही में आई ‘फिक्की’की रिपोर्ट बता रही है.
डिज़िटल युग के इस दौर में भारत पूरी दुनिया में सबसे अग्रणी देशों के बीच खड़ा हो गया है. आज इंटरनेट के प्रति ललक और हमारे 130 करोड़ की जनसंख्या के कारण ही हम इस मुकाम तक पहुँच पाएं हैं. सरकार की तरफ से चलाये जा रहे डिज़िटल जागरूकता अभियान ने भी इसमें एक बड़ा किरदार निभाया है.
इसी रिपोर्ट में एक बहुत ही रोचक तथ्य सामने आया है, 2020 तक डिज़िटल मनोरंजन इंडस्ट्री का राजस्व बॉलीवुड इंडस्ट्री के राजस्व को पार कर जायेगा. ऐसा इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डिज़िटल उद्योग का राजस्व 22400 करोड़ जबकि इसी समय बॉलीवुड इंडस्ट्री का राजस्व 19200 करोड़ के आसपास रहेगा.
रिलायंस जियो की भूमिका
2019 तक 65 करोड़ भारतीयों के पास खुद का स्मार्टफोन होगा. आज एक औसतन भारतीय एक दिन में 4 जीबी डेटा का इस्तेमाल कर रहा है. रिलायंस जियो कारण आज टेलीकॉम कंपनियों के बीच दाम काम करने को लेकर होड़ मची हुई है और इसका सीधा फायदा आम नागरिकों को मिल रहा है. इसी रिपोर्ट में कुछ और दिलचस्प आंकड़े सामने आये हैं.
डिज़िटल मीडिया के अच्छे दिन आ चुके हैं
भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग साल 2020 तक 2 लाख करोड़ के आंकड़े को पार कर जायेगा. सालाना 11.6 % की रफ़्तार से बढ़ रहा है और निकट भविष्य में इसमें और भी उछाल की सम्भावना है.
सर्वे के मुताबिक, 93 % कंटेंट या तो हिंदी भाषा में देखी जा रही है या तो स्थानीय भाषाओँ में जो ये बताने के लिए काफी है कि इंटरनेट की पहुँच गाँव तक बहुत तेज़ी के साथ बढ़ रहा है. भारत में हर 4 में से 3 इंटरनेट उपभोक्ता गाँव से होगा जो की इंटरनेट पर अपने स्थानीय भाषा को ही प्राथमिकता के रूप में चुनेगा.
OTT प्लेटफार्म
इसी मौकों को भुनाने में OTT(ओवर दी टॉप ) प्लेटफार्म लगे हुए हैं. नेटफ्लिक्स अगले कुछ महीनो के भीतर ही भारत में चार से पांच शो जल्द ही लांच करने वाला है. ‘रिलायंस बिग सिनर्जी’ इन प्लेटफॉर्म्स के लिए वेब सीरीज बना रहा है और इनमे भी स्थानीय भाषाओं का बोलबाला होगा. ott प्लेटफार्म का कुल राजस्व 2020 तक 2000 करोड़ को पार कर जायेगा. अमेज़न प्राइम, सोनी लाइव, जियो टीवी जैसे प्लेटफॉर्म्स बहुत ही जोरदार तरीके से अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवा रहे हैं.
हर रास्ते पर कुछ न कुछ बाधाएं तो होती ही हैं सो यहाँ भी है. जैसे हमारे देश में आज भी अधिकांश जगहों पर इंटरनेट का स्पीड आज भी बहुत कम है. लोगों को इस समस्या से प्रतिदिन दो- चार होना पड़ता है. अगर इस बाधा को दूर कर लिया जाये तो भारत पूरी दुनिया के डिज़िटल सोसाइटी का एक अग्रणी नेता बन सकता है. क्या अब हमारे महानगरों में भी ‘पीवीआर’ और ‘आइनॉक्स’के दिन लदने वाले हैं ?
क्या अब नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम के सिनेमाघर ही हमारे भविष्य के मनोरंजन का ठिकाना होगा जैसा की ‘फिक्की’की रिपोर्ट इशारा कर रही है. भारत में ‘डिज़िटल युग’का स्वर्णिम काल आने वाला है और लोगों का खूब मनोरंजन करने वाला है.