लॉकडाउन में सीएससी की पहल: ग्रामीण छात्रों का शैक्षणिक कौशल सुधारने के लिए ओलंपियाड का आयोजन
By एसके गुप्ता | Published: May 4, 2020 06:28 AM2020-05-04T06:28:38+5:302020-05-04T06:28:38+5:30
इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में डिजिटल एजुकेशन प्रतियोगिताओं के लिए छात्रों को तैयार करना है।
लॉकडाउन में कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) ने नई पहल करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में छात्रों के शैक्षणिक कौशल को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत सीएससी ओलंपियाड का शुभारंभ किया है। यह ओलंपियाड देश भर में 3.65 लाख सीएससी पर सीएससी के ऑनलाइन नेटवर्क के माध्यम से कक्षा 3 से 12 तक के स्कूली बच्चों के लिए खुला रहेगा। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र में डिजिटल एजुकेशन प्रतियोगिताओं के लिए छात्रों को तैयार करना है।
सीएससी के सीईओ डा. दिनेश त्यागी ने कहा कि सीएससी ओलंपियाड के माध्यम से हम ग्रामीण क्षेत्र में छात्रों को उनके शैक्षणिक परिणामों का परीक्षण करने के लिए एक मंच प्रदान किया जा रहा है। इससे छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी। जिससे उन्हें भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी में मदद मिलेगी। लॉकडाउन के बीच डिजिटल कनेक्टिविटी अधिकांश लोगों के बीच एक बेहतर विकल्प के रूप में उभरी है।
शहरी आबादी जल्दी से डिजिटल रूप में स्थानांतरित हो गई है लेकिन ग्रामीण छात्रों को प्रभावित करने वाले डिजिटल विभाजन चिंता का विषय हैं। इस जरूरत को पूरा करने के लिए सीएससी ने यह ओलंपियाड लॉन्च किया है। ओलंपियाड बच्चों को विभिन्न विषयों में उनके ज्ञान को बेहतर बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका सिद्ध होगा। सीएससी ओलंपियाड गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी विषयों में ऑनलाइन उपलब्ध है।
सीएससी के सीईओ डा. दिनेश त्यागी ने कहा कि छात्र अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में परीक्षा दे सकते हैं। एक बार जब छात्र www.cscolympiads.in पर पंजीकरण कर लेंगे, तो उन्हें ओलंपियाड की तैयारी के लिए नवीनतम सिलेबस पैटर्न पर पांच मॉक टेस्ट दिए जाएंगे। परीक्षा के बाद छात्र को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए एक गहन प्रदर्शन वाला विश्लेषण प्रदान किया जाएगा। हर छात्र को एक प्रमाणपत्र के अलावा व्यक्तिगत रैंकिंग दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम गणित, विज्ञान, अंग्रेजी और हिंदी विषयों में परीक्षा आयोजित कर रहे हैं। हालाँकि हम तार्किक तर्क, साइबर ओलंपियाड और सामान्य ज्ञान को जोड़ने की योजना भी बना रहे हैं। अभी परीक्षाएं हिंदी और अंग्रेजी में होंगी। आगे इन्हें अन्य भाषाओं में भी आयोजित किया जाएगा।