कोरोना वायरस: बाजार में थी sanitizer की किल्लत, इस यूनिवर्सिटी के कुलसचिव ने तैयार कर डाला सैनिटाइजर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 18, 2020 12:16 PM2020-03-18T12:16:52+5:302020-03-18T16:28:24+5:30
coronavirus in maharashtra: महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के 41 मामले सामने आए हैं. राज्य में कोरोना वायरस से 38 भारतकीय और तीन विदेशी नागरिक संक्रमित निकले, इनमें एक व्यक्ति की मौत हुई है.
कोरोना वायरस (Covid-19) के संक्रमण से बचने के लिए कई लोग 'सैनिटाइजर' का उपयोग कर रहे हैं। महाराष्ट्र सहित कुछ जगहों पर सैनिटाइजर की बाजार में किल्लत होने की बात सामने आई है। बाजार में सैनिटाइजर की कम उपलब्धता को देखते हुए राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर यूनिवर्सिटी के प्रभारी कुलसचिव डॉ. नीरज खटी और डॉक्टर प्रफुल्ल साबले ने 'सैनिटाइजर' तैयार किया है। खास बात यह है कि उन्होंने अपने सहयोगियों को इसका नि:शुल्क वितरण भी किया।
डॉक्टर प्रफुल्ल साबले मूल रूप से फार्मसी के प्रोफेसर हैं और डॉक्टर खटी रसायनशास्त्र के प्रोफेसर हैं। बाजार में 'सैनिटाइजर' की किल्लत देखते ही उनके भीतर का शोधकर्ता जाग उठा। व्यस्त शेड्यूल होने के बावजूद उन्होंने 'सैनिटाइजर' तैयार करने के लिए समय निकाला।
डॉक्टर साबले ने प्रयोगशाला में 'कैम्फर बेस्ड सेनिटाइजर' तैयार किया। उसमें कपूर की सुगंध भी है। उन्हें नुसरत सैयद, वैभव सावड़े, प्रवीण कदम ने सहयोग किया। वहीं, डॉक्टर खटी ने 'अल्कोहल', 'इथेनॉल' आदि का उपयोग कर प्रयोगशाला में 'लिक्विड सेनिटाइजर' तैयार किया। खास बात यह है कि इन दोनों ने अपने सहयोगी अधिकारी व कर्मचारियों को इसका वितरण भी किया है।
राज्य/केंद्रशासित प्रदेश | भारतीय | विदेशी | मौत |
आंध्र प्रदेश | 1 | 0 | 0 |
दिल्ली | 9 | 1 | 1 |
हरियाणा | 2 | 14 | 0 |
केरल | 25 | 2 | 0 |
महाराष्ट्र | 38 | 3 | 1 |
ओडिशा | 1 | 0 | 0 |
पंजाब | 1 | 0 | 0 |
राजस्थान | 2 | 2 | 0 |
तमिलनाडु | 1 | 0 | 0 |
तेलंगाना | 3 | 2 | 0 |
जम्मू-कश्मीर | 3 | 0 | 0 |
लद्दाख | 8 | 0 | 0 |
उत्तर प्रदेश | 15 | 1 | 0 |
उत्तराखंड | 1 | 0 | 0 |
कर्नाटक | 11 | 0 | 1 |
पश्चिम बंगाल | 1 | 0 | 0 |
कुल | 122 | 25 | 3
|
प्रशासकीय जिम्मेदारी संभालकर किया प्रयोग
नागपुर विश्वविद्यालय में 'कोरोना' के कारण महाविद्यालयों को छुट्टी दे दी गई है। वहीं, परीक्षा की तारीखों भी आगे बढ़ा दी गई है। इसलिए परीक्षा विभाग को फिर से नया टाइमटेबल तैयार करना है. यह डॉक्टर साबले के सामने बड़ी चुनौती है। वहीं, दूसरी ओर प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारियों को कोरोना का संक्रमण न हो, इसकी जिम्मेदारी डॉक्टर खटी के कंधों पर है। इसके बावजूद अपने शोध कौशल का उपयोग कर दोनों ने अलग-अलग सेनिटाइजर तैयार किए हैं।