सीआईएससीई दसवीं-बारहवीं के नतीजे जारीः पहली बार कोई टॉपर नहीं, लड़कों ने मारी बाजी
By एसके गुप्ता | Published: July 10, 2020 08:01 PM2020-07-10T20:01:10+5:302020-07-10T20:01:10+5:30
दसवीं में 99.34 फीसदी और बारहवीं (आईएससी) में 96.84 फीसदी छात्र पास हुए हैं। काउंसिल सचिव गैरी अराथून ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के कारण बारहवीं में 8 विषय और दसवीं में 6 विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी।
नई दिल्लीः काउंसिल फोर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने शुक्रवार को दसवीं (आईसीएसई) बारहवीं (आईएससी) के परिणाम जारी किए हैं।
इस साल दसवीं में 99.34 फीसदी और बारहवीं (आईएससी) में 96.84 फीसदी छात्र पास हुए हैं। काउंसिल सचिव गैरी अराथून ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा कि कोरोना महामारी के कारण बारहवीं में 8 विषय और दसवीं में 6 विषयों की परीक्षा नहीं हो सकी।
बोर्ड कक्षाओं के परिणाम एक विशेष फार्मूले के तहत जारी किए गए हैं। इसमें बिना परीक्षा लिए विषयों में छात्रों द्वारा जिन विषयों की परीक्षा दी गई उसके आधार पर अंक दिए गए हैं। इसलिए ऐसा पहली बार हुआ है कि दसवीं और बारहवीं के परिणाम में कोई भी छात्र टॉपर नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों की मार्कशीट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। जिस तरह बीते सालों में मार्कशीट जारी की जाती थी वैसी ही मार्कशीट जारी की जाएगी।
सचिव गैरी अराथून ने कहा कि दसवीं में इस साल 205902 विद्यार्थियों में से 206525 पास हुए हैं। इनमें 112668 यानि 54.19 फीसदी छात्र और 95234 यानि 45.81 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। ऐसे ही बारहवीं में इस साल 88409 विद्यार्थियों में से 85611 पास हुए हैं। इनमें 47429 यानि 53.65 फीसदी छात्र और 40980 यानि 46.35 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। सचिव गैरी अराथून ने कहा कि काउंसिल उन सभी उम्मीदवारों को बधाई देता है जिन्होंने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है।
महाराष्ट्र में दसवीं में इस साल 23336 विद्यार्थियों में से 23319 पास हुए हैं
काउंसिल सचिव गैरी अराथून ने लोकमत से विशेष बातचीत में कहा महाराष्ट्र में दसवीं में इस साल 23336 विद्यार्थियों में से 23319 पास हुए हैं। इनमें 12747 यानि 54.62 फीसदी छात्र और 10589 यानि 45.38 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। ऐसे ही बारहवीं में इस साल 3150 विद्यार्थियों में से 3104 पास हुए हैं। इनमें 1470 यानि 46.67 फीसदी छात्र और 1680 यानि 53.33 फीसदी छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण छात्रों को परीक्षा परिणाम के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। छात्र यह इंतजार कर रहे थे कि उनका परिणाम जारी हो तो वह आगे की कक्षाओं में प्रमोट हो सकें या बारहवीं के परिणाम के आधार पर आगे की कक्षाओं में दाखिले के इंतजार में थे। उनका यह इंतजार खत्म हुआ। छात्र अपना परीक्षा परिणाम सीआईएससीई की वेबसाइट पर देख सकते हैं।