सीबीएसई बारहवीं में 88.78% विद्यार्थी उत्तीर्ण, इस साल कोई टॉपर नहीं, लड़कियों ने मारी बाजी
By एसके गुप्ता | Published: July 13, 2020 05:34 PM2020-07-13T17:34:28+5:302020-07-13T17:34:28+5:30
बारहवीं के परिणाम में 92.15 फीसदी छात्राएं और 86.19 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कों की तुलना में इस बार 5.96 फीसदी लड़कियां ज्यादा उत्तीर्ण हुई हैं यानि लड़कियों का प्रदर्शन हर साल की तरह इस बार भी लड़कों से अच्छा रहा है।
नई दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सोमवार को 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। बोर्ड के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई टॉपर और मैरिट लिस्ट जारी नहीं की गई है। इससे पहले सीआईएससीई ने भी दसवीं-बारहवीं का परिणाम जारी किया था, जिसमें टॉपर लिस्ट जारी नहीं की थी।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि इस साल 88.78 फीसदी छात्रों ने 12 वीं सीबीएसई परीक्षा उत्तीर्ण की। बारहवीं के परिणाम में 92.15 फीसदी छात्राएं और 86.19 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। लड़कों की तुलना में इस बार 5.96 फीसदी लड़कियां ज्यादा उत्तीर्ण हुई हैं यानि लड़कियों का प्रदर्शन हर साल की तरह इस बार भी लड़कों से अच्छा रहा है।
बोर्ड परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि बोर्ड परीक्षा के लिए इस साल 1203595 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। परीक्षा में 1192961 छात्र शामिल हुए। इनमें से 1059080 छात्र उत्तीर्ण हुए। पिछले साल बारहवीं बोर्ड की परीक्षा में 1218393 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था।
इनमें से 1205484 छात्र परीक्षा में शामिल हुए और उत्तीर्ण 1005427 उत्तीर्ण हो सके। पिछले साल बारहवीं में 83.40 फीसदी छात्र उत्तीर्ण हुए थे। देश में रिजनवाइज परिणाम देखा जाए तो इस बार भी त्रिवेंद्रम रिजन ने 97.67 फीसदी परिणाम के साथ टॉप किया है।
दूसरे नंबर पर 97.05 फीसदी परिणाम के साथ बेंगलूरू रिजन रहा है। चेन्नई 96.17 फीसदी के साथ तीसरे और 94.39 फीसदी के साथ दिल्ली चौथे स्थान पर रहा है। पुणे रिजन 90.24 फी सदी के साथ नौंवे स्थान पर रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते सीबीएसई को लंबित बोर्ड परीक्षा रद्द करनी पड़ी हैं। हालांकि, सीबीएसई ने कहा है कि वो कक्षा 12 वीं के छात्रों के लिए एक वैकल्पिक परीक्षा आयोजित करेगा, जिन छात्रों को अपने परिणाम में सुधार करना है वह इन परीक्षाओं में बैठ सकते हैं। बोर्ड यह वैकल्पिक परीक्षा स्थिति अनुकूल होने पर आयोजित करेगा।
परिणाम की मुख्य बातें :
- 157934 विद्यार्थियों को मिले 90 फीसदी से अधिक अंक
- 38686 विद्यार्थियों को मिले 95 फीसदी से अधिक अंक
- जवाहर नवोदय विद्यालय ने 98.70 फीसदी परिणाम के साथ टॉप किया
- केद्रीय विद्यालय 98.69 पीसदी परिणाम के साथ दूसरे नंबर पर रहे।
- सेंट्रल तिब्बत स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन 98.23 परिणाम के साथ तीसरे, सरकारी स्कूल 94.94 फीसदी के साथ चौथे नंबर पर रहे हैं।
सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लोकमत से बातचीत में कहा कि बोर्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि टॉपर छात्र घोषित नहीं किए गए हैं। इसकी वजह यह है कि बोर्ड ने यह परिणाम कई विषयों में छात्रों को ओसतांक देकर निकाला है। क्योंकि कोरोना संक्रमण के चलते कई विषयों की परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं। ऐसे में बिना सारे पेपर लिए सभी छात्रों का मूल्यांकन करना और टॉपर घोषित करना नीति संगत नहीं है।
कई घंटे बोर्ड की वेबसाइट रही क्रैश :
सीबीएसई की वेबसाइट ठप्प होने के कारण छात्र कई घंटों तक अपना परिणाम देखने से वंचित रहे। बोर्ड ओर से छात्रों को उमंग एप और आईवीआरएस सेवा के माध्यम से टेलीफोन पर परिणाम की जानकारी पाने की सुविधा दी गई थी। लेकिन छात्रों की ओर से शिकायत आ रही थीं कि उमंग एप पर भी परिणाम नहीं दिख रहा है और आईवीआरएस सेवा पर भी फोन लगातार या तो व्यस्त जा रहा है या फिर कोई उठा नहीं रहा है। समस्या के जवाब में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सभी स्कूलों को परिणाम भेजे जा चुके हैं। छात्र स्कूलों में संपर्क कर अपना परिणाम जान सकते हैं।