बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (Bihar School Examination Board) के मैट्रिक परीक्षा के करीब 43,000 से अधिक उत्तर पुस्तिका के गायब होने का सच सामने आया है। जिसके मामले में एसआईटी टीम ने उत्तर पुस्तिका गायब करने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, गोपालगंज के बोर्ड ऑफिस से गायब हुई उत्तर पुस्तिकायों को चपरासी ने रद्दी के भाव कबाड़ी को बेचे थे। खबरों के मुताबिक एसआईटी टीम ने इस घटना की पड़ताल की है। टीम ने शहर के हजियापुर के कबाड़ व्यवसाय व एक ऑटो चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि एसआईटी की जांच के बाद कबाड़ के दूकान से उत्तर पुस्तिका और पांच खाली बैग बरामद किए गए हैं।
20 जून को बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट (BSEB Matric Result 2018) घोषित होने वाला था कि गोपालंगज से कुछ कॉपियां गायब होने की वजह से रिजल्ट की तारीख टाल दी गई थी। बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट अब 26 जून को घोषित किया जाएगा। अब एसआईटी सीवान व गोपालगंज के कबाड़ बीनने-खरीदने वाले 300 लोगों को चिह्नित कर गायब कॉपियां बरामद करने के लिए छापेमारी व पूछताछ कर रही है। टीम को आशंका है कि कबाड़ से कॉपी खरीदने के बाद उसे दूसरे जिले या फिर राज्य से बाहर बड़े कारोबारियों के हाथों बेच दिया गया हो। एसपी राशिद जमां ने बताया कि आदेशपाल छठू सिंह ने स्कूल के स्ट्रांग रूम से कॉपियां निकालकर बेची थीं। खुलासा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुआ।
जानें पूरा मामला
बता दें कि बीते दिन बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर कार्यालय आए तो कॉपियों के गायब होने को लेकर हलचल बढ़ गई। लोगों के अंदर जाने पर रोक लगा दी गई। सुरक्षा में तैनात जवानों ने पूछने पर बताया कि अंदर मैट्रिक के टॉपर छात्रों का सत्यापन चल रहा है। वैसे बिहार बोर्ड के अध्यक्ष का कहना है कि मैट्रिक की कॉपियों को गायब होने का असर मैट्रिक के रिजल्ट (BSEB class 10th Result 2018) पर नहीं पड़ेगा। कॉपियों का मूल्यांकन पहले ही हो चुका है और अंक पत्र बोर्ड पहुंच चुका है। उसके आधार पर ही रिजल्ट तैयार किया जा रहा है।