625 में आए 624 नंबर तो रिचेक कराई कॉपी, इसके बाद आए इतने अंक जानकर हो जाएंगे दंग
By धीरज पाल | Published: June 9, 2018 01:54 PM2018-06-09T13:54:41+5:302018-06-09T13:54:41+5:30
कर्नाटक के मोहम्मद कैफ मुल्ला को 625 में से कुल 624 अंक हासिल कर कर्टनाटक बोर्ड के कक्षा 10वीं कक्षा में टॉप किया। लेकिन एक अंक कटने को लेकर उसने दोबारा से कॉपियों की जांच कराई।
कर्नाटक बोर्ड के 10वीं कक्षा के रिजल्ट घोषित होने के बाद एक चौकानें वाला सच सामने आया है। जिसे जानकर लोग हैरान भी हैं और चारों ओर वाहवाई भी हो रही है। दरअसल, कर्नाटक कक्षा 10वीं के टॉप करने वाले छात्र मोहम्मद कैफ मुल्ला जिन्होंने एक नंबर पाने के लिए उसने दोबारा कॉपियों की जांच कराई और अंत में उसने एक अंक प्राप्त भी किया। कर्नाटक के मोहम्मद कैफ मुल्ला को 625 में से कुल 624 अंक हासिल कर कर्टनाटक बोर्ड के कक्षा 10वीं कक्षा में टॉप किया। लेकिन एक अंक कटने को लेकर उसने दोबारा से कॉपियों की जांच कराई। मजे की बात यह कि उसने फिर 625 अंक में से 625 अंक हासिल किए।
625 अंक हासिल करने के लिए नहीं कराई कॉपियों की जांच
मोहम्मद कैफ मुल्ला कर्नाटक के बेलगाम की सेंट जेवियर हाईस्कूल के छात्र हैं। जब उन्हें अपने रिजल्ट के बारे में मालूम चला कि 625 में से 624 अंक हासिल हुए हैं। उसने 625 अंक पाने के लिए कॉपियों की जांच नहीं कराई बल्कि वो जानना चाहता था कि एक नंबर कहां कटा और इसके लिए उसने दोबारा कॉपियां जांच कराई। जांच के बाद पता चला कि साइंस विषय को छोड़कर सभी में पूरे अंक हासिल किया है। दोबारा कॉपियों की जांच के बाद मोहम्मद कैफ को पूरे अंक मिले।
सोशल मीडिया पर लोग दे रहे हैं हिम्मत की दाद
कर्नाटक के इस छात्र की हिम्मत और कॉन्फिडेंस को देखकर सोशल मीडिया पर लोग इस छात्र को दाद दे रहे हैं। इसके अलावा मोहम्मद कैफ की खूब वाहवाई भी हो रही है।
खबरों के मुताबिक बता दें कि कैफ को 100 फीसदी अंक लाने के लिए पूरा विश्वास था। बताया जा रहा है कि पेपर देने के बाद मोहम्मद ने सारे प्रश्नों के उत्तर अपने नोटबुक, शिक्षकों औऐर मॉडल आंसर शीट से मिलाया करता था। जो सब सही थे। मोहम्मद कैफ के माता परवीन मुल्ला और पिता हारून रशीद मुल्ला दोनों ही अध्यापक है।
आईएस बनना चाहते हैं मोहम्मद
कर्टनाटक बोर्ड कक्षा 10वीं में टॉप करने वाले मोहम्मद कैफ आईएस बनना चाहते हैं। उन्होंने टू सर्कल डॉट नेट से बातचीत करते हुए बताया कि मेरे माता-पिता हमेशा से मेरा सपोर्ट करते रहे हैं।