WB: BJP कार्यकर्ता ने सीएम ममता बनर्जी की तस्वीर पर पैसे लगाकर बनाया पोस्टर, पुलिस ने लिया यह एक्शन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 27, 2022 01:13 PM2022-07-27T13:13:28+5:302022-07-27T13:18:01+5:30
सीएम ममता बनर्जी की पोस्टर बनाने के आरोप में बीजेपी के कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस पर पुलिस ने कहा, “हमें जानकारी मिली थी कि काजल भौमिक ने मुख्यमंत्री की तस्वीर पर दूसरी तस्वीर लगाई और पोस्टर बनाया। हमने पोस्टर जब्त कर लिए हैं और उन्हें विश्लेषण के लिए भेज दिया है।”
कोलकाता:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर पर हाल में ईडी द्वारा जब्त की गई नकदी की तस्वीर लगाने और उसका पोस्टर बनाने के आरोप में, भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
क्या है पूरा मामला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने स्कूल भर्ती घोटाले के संबंध में एक छापेमारी कर बरामद की गई नकदी की तस्वीर ट्वीट की थी जिसे कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ता ने बनर्जी की तस्वीर पर लगा कर पोस्टर बनाया था। अधिकारी ने कहा कि बेहला पुलिस थाने के अधिकारियों ने मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ता काजल भौमिक को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।
मामले में क्या बोली पुलिस
पुलिस थाने के अधिकारी ने कहा, “हमें जानकारी मिली थी कि काजल भौमिक ने मुख्यमंत्री की तस्वीर पर दूसरी तस्वीर लगाई और पोस्टर बनाया। हमने पोस्टर जब्त कर लिए हैं और उन्हें विश्लेषण के लिए भेज दिया है।” उन्होंने कहा कि जांच जारी है।
टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य भी आज पहुंते है ईडी के कार्यालय
तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक भट्टाचार्य बुधवार को सुबह शहर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे है। आपको बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के बारे में पूछताछ के लिए पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व प्रमुख एवं नादिया जिले के पालाशीपाड़ा से विधायक भट्टाचार्य को तलब किया गया था।
ईडी ने उन्हें 12 बजे बुलाया था पर वे 10 बजे ही पहुंच गए
उन्हें ईडी के सॉल्ट लेक में सीजीओ परिसर स्थित कार्यालय में दोपहर 12 बजे पहुंचने को कहा गया था, लेकिन वह सुबह 10 बजे ही वहां पहुंच गए। सूत्रों ने पहले बताया था कि ईडी पूर्वाह्न 11 बजे उनसे पूछताछ शुरू करेगा।
भट्टाचार्य को पूछताछ के लिए 12 बजे बुलाया गया था लेकिन वह दस बजे कार्यालय पहुंच गए। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने 22 जुलाई को भट्टाचार्य के आवासीय परिसर की तलाशी ली थी और उन्हें एजेंसी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था।
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी को ले जाया गया है जोका के ईएसआई अस्पताल
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को चिकित्सकीय जांच के लिए जोका में ईएसआई अस्पताल ले जाया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने मुखर्जी के परिसरों पर छापेमारी में 20 करोड़ रुपए से अधिक की नकदी जब्त की थी। दोनों इस समय हिरासत में हैं।
गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था। बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया।
प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है।