Watch: कॉलेज में सीनियर्स की गुंडागर्दी; जूनियर छात्र की डंडे से की पिटाई, रैगिंग का वीडियो वायरल
By अंजली चौहान | Updated: July 25, 2024 15:04 IST2024-07-25T15:00:55+5:302024-07-25T15:04:09+5:30
Andhra Pradesh Viral Video: आंध्र प्रदेश के नरसरावपेट में श्री सुब्बाराया और नारायण कॉलेज के छात्रों द्वारा लड़कों के छात्रावास में दूसरे वर्ष के छात्रों के साथ मारपीट करने का एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

Watch: कॉलेज में सीनियर्स की गुंडागर्दी; जूनियर छात्र की डंडे से की पिटाई, रैगिंग का वीडियो वायरल
Andhra Pradesh Viral Video: सोशल मीडिया पर एक हैरान करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग एक युवक को पीटते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें युवक की बेरहमी से पिटाई ने सभी को हिला कर रख दिया है। वीडियो के अनुसार, यह घटना एक कटलेज में घटित हुई है। दरअसल, आंध्र प्रदेश के नरसारावपेट में श्री सुब्बाराय और नारायण कॉलेज के छात्रों कॉलेज के छात्रावास में अन्य छात्रों को मारने का आरोप लगा है। वायरल वीडियो इसी से संबंधित है जिसमें एक छात्रों को गुट अपने जूनियर छात्र को लाठी-डंडों से पीट रहा है और उसे ऐसा करने से कोई रोकने वाला नहीं है।
एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा कैद किए गए इस वीडियो में वरिष्ठ छात्र जूनियर छात्रों के साथ हिंसक तरीके से रैगिंग करते, उन्हें डंडों से पीटते और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि पीड़ित छात्र दया की भीख मांग रहे हैं।
#Horrible#Ragging⚠️
— Sneha Mordani (@snehamordani) July 25, 2024
Seniors at SSN College in Narasaraopet are reportedly thrashing junior students with sticks under the guise of NCC training. The police are investigating the incident and will take necessary action. pic.twitter.com/T2qYLxEIFK
वीडियो वायरल होने के बाद इस पर कार्रवाई की मांग तेज हो गई। मामला बढ़ते-बढ़ते पुलिस के पास जा पहुंचा जिसके बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया। नरसारावपेट टाउन सर्किल इंस्पेक्टर कृष्ण रेड्डी ने पुष्टि की है कि यह घटना फरवरी में हुई थी।
एक छात्र हिरासत में
पुलिस का कहना है कि उन्होंने छह छात्रों की पहचान कर ली गई है और रैगिंग निषेध अधिनियम, 2011 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक छात्र को हिरासत में लिया गया है। इसमें शामिल वरिष्ठ छात्र अब स्नातक हो चुके हैं और पीड़ित छात्रों ने शुरू में कॉलेज प्रबंधन को इस घटना की सूचना नहीं दी। इंस्पेक्टर रेड्डी ने इस बात पर जोर दिया कि रैगिंग एक दंडनीय अपराध है और छात्रों से ऐसी घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करने का आग्रह किया।