उत्तर प्रदेशः लखनऊ में डीआईजी चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा फांसी लगाकर आत्महत्या की, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला, जानिए मामला
By भाषा | Published: October 24, 2020 06:56 PM2020-10-24T18:56:40+5:302020-10-24T18:56:40+5:30
संयुक्त आयुक्त, कानून-व्यवस्था, नवीन अरोड़ा ने पत्रकारों को बताया कि शनिवार को सूचना मिली कि डीआईजी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा देवी प्रकाश (करीब 36 वर्ष) ने घर में चुन्नी के सहारे पंखे से लटकर कर फांसी लगा ली।
लखनऊः राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में शनिवार को पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) चंद्रप्रकाश की पत्नी पुष्पा प्रकाश ने सुशांत गोल्फ सिटी स्थित घर में कथित रूप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
संयुक्त आयुक्त, कानून-व्यवस्था, नवीन अरोड़ा ने पत्रकारों को बताया कि शनिवार को सूचना मिली कि डीआईजी चंद्र प्रकाश की पत्नी पुष्पा देवी प्रकाश (करीब 36 वर्ष) ने घर में चुन्नी के सहारे पंखे से लटकर कर फांसी लगा ली। उन्होंने बताया कि घर में मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। चंद्रप्रकाश पीटीसी (पुलिस ट्रेनिंग सेंटर) उन्नाव में डीआईजी पद पर तैनात हैं और हाथरस में दलित लड़की से कथित बलात्कार और बाद में उसकी मौत के मामले की जांच के लिये बनी एसआईटी (विशेष जांच दल) के सदस्य भी हैं।
झगड़े के बीच-बचाव में साधु की मौत
हमीरपुर जिले के मुस्करा थाना क्षेत्र में बसोरिया गांव के पास ट्रैक्टर-जीप की भिड़ंत के बाद दो पक्षों के बीच हुए झगड़े को शांत कराने में लाठी की चोट लगने से एक साधु वेशधारी व्यक्ति की मौत हो गयी है। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
हमीरपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) सन्तोष कुमार सिंह ने बताया, “यह घटना बृहस्पतिवार की है। बसोरिया गांव के पास ट्रैक्टर और जीप की मामूली भिड़ंत के बाद दो पक्षों में झगड़ा हो रहा था, उसी दौरान एक पक्ष ने दूसरे लाठी से वार कर दिया था। वहां मोटरसाइकिल पर अपने एक सहयोगी के साथ मौजूद साधु वेशधारी रतीराम यादव (45) ने पिट रहे युवक को बचाने की कोशिश की तो एक लाठी उनके भी सिर में जा लगी, जिससे वे बेहोश होकर वहीं गिर पड़े थे।”
उन्होंने बताया, “कुछ ग्रामीणों ने शुरू में डायल 112 को फोन कर सड़क दुर्घटना होने की सूचना दी थी, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो असिलियत की जानकारी हुई।" एएसपी ने बताया, “घायल साधु रतीराम यादव को बेहोशी की हालत में जिले के अस्पताल से कानपुर के अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान बृहस्पतिवार की ही रात उनकी मौत हो गयी।”
सिंह ने बताया, “रतीराम मूलतः बिवांर थाना क्षेत्र के निवासी थे और मुस्करा क्षेत्र में अपने तिपहिया वाहन (टैक्सी) चलवाते थे। पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है और परिजनों की तहरीर पर शनिवार को चार व्यक्तियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्जकर रोहित राजपूत नामक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।”