अलीगढ़ मामलाः भाजपा विधायक ने की थाने में पिटाई मामले में थानाध्यक्ष निलंबित, कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा
By भाषा | Published: August 12, 2020 08:24 PM2020-08-12T20:24:15+5:302020-08-12T21:23:36+5:30
इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गये थे। सहयोगी का आरोप है कि जब वह उक्त मामले के सिलसिले में थाने गए तब एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की।
अलीगढ़ः अलीगढ़ की इगलास सीट से भाजपा के विधायक राजकुमार सहयोगी ने एक थाने में बुधवार को पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर उनकी पिटायी किये जाने का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए संबंधित थानाध्यक्ष को तत्काल निलंबित करने और अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को हटाने के आदेश दिए हैं। विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पुलिस द्वारा कथित पिटाई की खबर फैलते ही सैकडों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर एकत्र हो गये।
दरअसल इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गये थे । सहयोगी का आरोप है कि जब वह उक्त मामले के सिलसिले में थाने आये तो एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की।
पार्टी कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नामक व्यक्ति ने पिटायी कर दी थी
भाजपा विधायक ने मीडियाकर्मियों को बताया कि दो अगस्त को पार्टी कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नामक व्यक्ति ने पिटायी कर दी थी। सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था हालांकि इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया।
सहयोगी ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है । स्थिति तनावपूर्ण होने पर गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गये हैं। किसी पुलिस अधिकारी ने कोई बयान नहीं जारी किया लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने पुलिस के साथ बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी अनुज कुमार सैनी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगडा हो गया।
सहयोगी ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि उन्होंने थाने में किसी से बदसलूकी की है। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस महानिदेशक को प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिसके बाद संबंधित थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है और अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को जिले से स्थानांतरित करने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस महानिदेशक एचसी अवस्थी ने अलीगढ़ जोन के पुलिस महानिरीक्षक को इस संबंध में बृहस्पतिवार तक अपनी विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। इधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच की मांग की है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा ''भाजपा के राज में प्रदेश का हाल ये है कि स्वयं भाजपा के ही विधायक पुलिस के द्वारा मारपीट का शिकार होने का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए और इस सच की भी कि आख़िरकार विधायक जी ने ऐसा क्या कह दिया या कर दिया कि मर्यादा की सारी सीमायें टूट गयीं।
अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच की मांग की
अलीगढ़ की इगलास सीट से भाजपा के विधायक राजकुमार सहयोगी ने एक थाने में बुधवार को पुलिसकर्मियों द्वारा कथित तौर पर उनकी पिटायी किये जाने का आरोप लगाया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले की जांच की मांग की है। विधायक राजकुमार सहयोगी की थाने में पुलिस द्वारा कथित पिटाई की खबर फैलते ही सैकडों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता घटना के विरोध में थाने पर एकत्र हो गये। दरअसल इगलास विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सहयोगी सत्ताधारी दल से संबद्ध एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामले के सिलसिले में गोंडा थाने गये थे।
सहयोगी का आरोप है कि जब वह उक्त मामले के सिलसिले में थाने आये तो एसएचओ सहित तीन पुलिस अधिकारियों ने उनके साथ मारपीट की। विधायक ने मीडियाकर्मियों ने बताया कि दो अगस्त को पार्टी के कार्यकर्ता रोहित वार्ष्णेय की संपत्ति विवाद को लेकर सलीम नामक व्यक्ति ने पिटायी कर दी थी।
इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया
सलीम के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया था हालांकि इसी घटना को लेकर कुछ दिन बाद रोहित के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया गया और जब रोहित इसका विरोध करने गया तो थाने पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उसके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया। सहयोगी ने कहा कि रोहित विश्व हिन्दू परिषद के सक्रिय सदस्य हैं और उनके खिलाफ बेवजह मामला दर्ज किया गया है । स्थिति तनावपूर्ण होने पर गोंडा थाने पर अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने के लिए पहुंच गये हैं। किसी पुलिस अधिकारी ने कोई बयान नहीं दिया लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने संवाददाताओं को बताया कि विधायक ने पुलिस के साथ बदसलूकी की, जिसके बाद उनका थाना प्रभारी अनुज कुमार सैनी सहित पुलिस अधिकारियों के साथ झगडा हो गया। सहयोगी ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि उन्होंने थाने में किसी से बदसलूकी की है। इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है ।
उन्होंने ट्वीट कर कहा ''भाजपा के राज में प्रदेश का हाल ये है कि स्वयं भाजपा के ही विधायक पुलिस के द्वारा मारपीट का शिकार होने का आरोप लगा रहे हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए और इस सच की भी कि आख़िरकार विधायक जी ने ऐसा क्या कह दिया या कर दिया कि मर्यादा की सारी सीमायें टूट गयीं।