उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट: CBI ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व 10 अन्य के खिलाफ दर्ज किया केस, घटनास्थल का भी करेगी मुआयना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 31, 2019 10:30 AM2019-07-31T10:30:41+5:302019-07-31T10:30:41+5:30
उन्नाव रेप पीड़िता एक्सीडेंट: पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था। इस मामले में विधायक सेंगर को गिरफ्तार किया गया था।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( CBI)ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में भारतीय जनता पार्टी ( BJP) के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके अलावा सीबीआई ने 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। सीबीआई की टीम घटनास्थल का भी मुआयना करेगी। रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया था। जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने के लिए सिफारिश कर दी थी। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाया था। इस मामले में विधायक सेंगर को गिरफ्तार किया गया था।
CBI registers case against suspended BJP MLA Kuldeep Singh Sengar including 10 others accused in Unnao rape survivor's accident case. CBI has also registered a case against 20 unknown persons under criminal conspiracy, murder, attempt to murder & criminal intimidation. pic.twitter.com/wUpPRf49hY
— ANI UP (@ANINewsUP) July 31, 2019
पीड़िता की मां आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी। पीड़िता के चाचा को अंतिम संस्कार के लिए यूपी पुलिस ने पैरोल दी है। आज (31 जुलाई) पीड़िता के परिवार के मारे गये लोगों का 11.30 बजे अंतिम संस्कार होना है।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस का मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।