उन्नाव रेप केस: यह है आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंग सेंगर का पूरा बैकग्राउंड, कभी ना चुनाव हारने का है रिकॉर्ड
By पल्लवी कुमारी | Published: April 10, 2018 02:43 AM2018-04-10T02:43:16+5:302018-04-10T02:43:16+5:30
बीजेपी विधायक ने कुलदीप सिंह सेंगर ने सियासत की शुरुआत कांग्रेस से की थी। उसके बाद बसपा, सपा और फिर बीजेपी में शामिल हुए हैं। इनकी छवी इलाके में एक बाहुबली की है।
लखनऊ, 10 अप्रैल: उत्तर प्रदेश की बांगरमऊ सीट से भारतीय बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर उन्नाव की एक महिला ने रेप का आरोप लगाया है। रेप के आरोप लगने के बाद से ही बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर सुर्खियों में छाए हुए हैं। पीड़िता का आरोप है कि धायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर इनका रेप किया है। महिला ने 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास के बाहर आग लगाकर खुद की जान देने की भी कोशिश कर चुकी हैं। अगले दिन न्यायिक हिरासत में महिला के पिता की मौत हो जाती है। तब से यह मामला और भी विवाद में आ गया है। तो हम आपको बताते हैं कि कुलदीप सिंह सेंगर का पूरा बैकग्राउंड..
- कुलदीप सिंह सेंगर की छवी इलाके में एक बाहुबली की है। चार बार से लगातार विधायक बन रहे कुलदीप सेंगर कभी चुनाव नहीं हारे है। कुलदीप सिंह सेंगर के बारे में कहा जाता है कि वह राजनीति की हवा को पहले से ही भांप लेते हैं।
-कुलदीप सिंह सेंगर चार बार विधायक बने हैं। चारों बार इनका क्षेत्र अलग रहा है। लेकिन फिर भी ये जीते हैं।
- कुलदीप सिंह सेंगर ने सियासत की शुरुआत तो कांग्रेस से की थी। वह युवा कांग्रेस में शामिल किया गया था।
- 2002 के विधान सभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। मायावती ने 1996 के चुनावों में 10 हजार वोटों से हारी हुई उन्नाव सदर की सीट से कुलदीप को उम्मीदवार बना दिया। कुलदीप चुनावी ने कांग्रेस के प्रत्याशी शिव पाल को चार हजार वोट से हरा दिया। इसी जीत के बाद से कुलदीप की छवि बाहुबली वाली हो गई।
- 2007 में उन्होंने बसपा को छोड़ सपा का दामन थाम लिया। मुलायम सिंह यादव ने कुलदीप को चुनाव लड़ने के लिए बांगरमऊ भेज दिया। इस चुनाव में भी कुलदीप ने बांगरमऊ से जीत दर्ज कर ली। कुलदीप ने दो हजार वोटों से बीएसपी के राम शंकर पाल को मात दे दी।
- 2012 के चुनाव में कुलदीप सेंगर ने फिर से अपना चुनावी क्षेत्र बदलकर भगवंत नगर कर लिया। कुलदीप भगवंत नगर से भी जीत गए।
- सपा से अनबन के बाद जनवरी 2017 में कुलदीप ने पार्टी बदल ली और बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने कुलदीप को बांगरमऊ से टिकट दे दिया। कुलदीप सिंह चौथी बार भी जीत गए।