उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर की संदिग्ध हालत में मौत, पुलिस कस्टडी में पिता की हुई थी मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 13, 2020 04:27 PM2020-01-13T16:27:19+5:302020-01-13T16:27:19+5:30
जून 2017 में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था।
उन्नाव रेप मामले को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। उन्नाव रेप पीड़िता के पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर की सोमवार (13 जनवरी) को संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। हालांकि मौत की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। मालूम हो कि रेप पीड़िता के पिता के साथ मारपीट के बाद इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां तब डॉक्टर प्रशांत उपाध्याय ही इमरजेंसी में थे। बता दें कि इन्होंने ही रेप पीड़िता के पिता को भेज दिया था।
न्यूज वेबसाइट आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में डॉक्टर प्रशांत की मौत हो गई। रेप मामले के दौरान इन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। लंबे समय बाद इनकी बहाली हुई। बता दें कि मंगलवार (14 जनवरी) को इसी केस से जुड़े मामले में तीस हजारी कोर्ट में सुनवाई होनी है।
बता दें कि सितंबर में कोर्ट ने पीड़िता के पिता पर कथित हमले और उनकी हत्या के मामले में एम्स के एक डॉक्टर का भी बयान दर्ज किया था। बीजेपी से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगियों ने पीड़िता के पिता को तीन अप्रैल 2018 को कथित तौर पर पीटा था और उन्हें गलत तरह से अवैध हथियार रखने के मामले में फंसाया गया। न्यायिक हिरासत में नौ अप्रैल को उनकी मौत हो गयी। अदालत ने सेंगर और 10 अन्य के खिलाफ मामले में हत्या के आरोप तय किये।
28 जुलाई 2019 को उन्नाव रेप पीड़िता की कार का रायबरेली में एक्सीडेंट हो गया था। सीबीआई ने इस मामले में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया है। हादसे में पीड़िता के एक रिश्तेदार महिला की मौत हो गई थी।
जानें उन्नाव रेप कांड का पूरा मामला
जून 2017 में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।