राजनांदगांव के एसपी संतोष सिंह की अनूठी पहल, अभियान ‘‘निजात’’ से संवार रहे हैं कई भटके हुए नौजवानों की जिंदगी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 3, 2022 10:33 PM2022-05-03T22:33:25+5:302022-05-03T22:43:11+5:30
‘‘निजात’’ अभियान की शुरूआत राजनांदगांव में करते हुए एसपी संतोष सिंह ड्रग्स और अवैध नशे के खिलाफ सघन कार्यवाही करते हुए जागरूकता का अभियान चला रहे हैं।
राजनांदगांव: नशे की लत से युवाओं को दूर करने और गुमराह नौजवानों को जिंदगी के असल राह पर वापस लाने के लिए राजनांदगांव के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ‘‘निजात’’ अभियान के जरिये शानदार कार्य कर रहे हैं।
एसपी संतोष सिंह की अनोखी पहल से उन नौजवानों की जिंदगी में बदालव की नई बयार आ रही है, जो कभी ड्रग्स के नशे में दिन रात डूबे रहते थे। ‘‘निजात’’ अभियान की शुरूआत राजनांदगांव में करते हुए एसपी संतोष सिंह ड्रग्स और अवैध नशे के खिलाफ सघन कार्यवाही करते हुए जागरूकता का अभियान चला रहे हैं।
इस अभियान में मुख्य रूप से तीन बिंदु हैं, पहला व्यापक जन-जागरूकता, दूसरा पुलिस की सख्त कार्रवाई और तीसरा नशे के आदी लोगों की सही तरीके से काउसलिंग करवाकर उनकी समुचित पुनर्वास की व्यवस्था करना।
राजनांदगांव पुलिस इसके लिए शहर में जगह-जगह बैनर-पोस्टर, होर्डिंग, वॉल-पेंटिग, रैप सॉग के साथ-साथ शार्ट मूवी और सोशल मीडिया के माध्यम से जन-जागरूकता का व्यापक अभियान चला रही है।
इसके साथ ही एसपी संतोष सिंह विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लगातार नशे से परिवार और समाज पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं।
जिले में नारकोटिक्स/ड्रग्स व अवैध नशे के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान ‘‘निजात’’ के तहत बीते 4 महीने में आबकारी एक्ट के 1154 प्रकरण में लगभग 6362 लीटर देशी एवं अंग्रेजी शराब, जिनकी कीमती 91,40,548 रूपये है। राजनांदगांव की पुलिस ने बरामद किया गया। इस दौरान करीब 1200 आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई।
इसी तरह एनडीपीएस एक्ट के 15 मामलों में 405.628 किलो गांजा बरामद किया गया, जिसकी कुल कीमत लगभग 20,30,000 रुपये थी। इसके साथ ही इन सभी मामलों में आरोपियों के पास से कुल 67 मोटरसाइकिल और 14 वाहनों को सीज किया गया, जो मादक पदार्थों की तस्करी में प्रयोग होते थे।
इतने बड़े पैमाने पर नशे के कारोबार को देखते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने सभी थानों और पुलिस चौकियों को आदेश दिया कि वो अपने-अपने इलाकों में नशे के आदी लोगों की शिनाख्त करें और उन्हें थाने या पुलिस चौकियों में बुलाकर बातचीत करके उन्हें नशे के कारण होने वाले शरीरिक, पारिवारिक, आर्थिक और सामाजिक दुष्प्रभाव के बारे में अवगत कराएं और उन्हें नशे के त्याग के लिए प्रेरित करें।
जानकारी के मुताबिक एसपी संतोष सिंह द्वारा चलाये जा रहे अभियान "निजात" का व्यापक असर राजनांदगांव में दिखाई दे रहा है और आम नागरिक भी एसपी के इस अभियान से जुड़ रहे हैं। अभियान "निजता" के तहत नशे में डूबे लोगों को पुलिस द्वारा समझाया जाता है और उनकी बाकायदा काउसिलिंग कराकर नशा छोड़ने में मदद की जाती है। यदि जरूरत पड़ती है तो पीड़ित को नशा मुक्ति केन्द्र या गंभीर मामलों में मेडिकल उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती भी कराने की व्यवस्था की जाती है।
मालूम हो कि राजनांदगांव में आने से पहले एसपी संतोष सिंह के पास कोरिया जिले की कमान थी, जहां उन्होंने इसी अभियान "निजता" के तहत अवैध नशे के खिलाफ एक बड़ा सामाजिक आंदोलन खड़ा किया था और कई भटके हुए नौजवानों के परिवारों में खुशहाली लौटाई थी।