उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद के दो कुत्तों की भूख-प्यास से हुई मौत, प्रयागराज प्रशासन में मचा हड़कंप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 12, 2023 11:10 AM2023-03-12T11:10:37+5:302023-03-12T11:17:06+5:30
उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद के पांच कुत्तों में से दो कुत्तों की भूख और प्यास के कारण मौत हो गई है। सूचना मिलते ही प्रयागराज नगर निगम प्रशासन की टीम फौरन अतीक अहमद के घर पहुंची और बचे हुए तीनों कुत्तों को घर से बाहर निकाला।
प्रयागराज: बाहुबली नेता और उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपी अतीक अहमद के पांच कुत्तों में से दो कुत्तों की भूख और प्यास के कारण मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक दोनों कुत्तों की मौत प्रयागराज स्थित चकिया इलाके में अतीक अहमद के घर में हुई। पूर्व सांसद के घर में शुक्रवार को कुतिया ब्रूनो की मौत हुई, वहीं एक अन्य कुत्ते ने शनिवार को दम तोड़ दिया।
अतीक के कुत्तों की मौत की सूचना मिलते ही प्रयागराज जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में प्रशासन ने फौरन पशु चिकित्सकों की एक टीम अतीक अहमद के घर भेजी और शेष बचे हुए तीन कुत्तों के स्वास्थ्य की जांच की है और उन्हें आवश्यक उपचार दिया जा रहा है।
इस संबंध में बताया जा रहा है कि अतीक के दो कुत्तों की हुई मौत से बेचैन प्रयागराज प्रशासन ने नगर निगम के पशु कल्याण विभाग को आदेश जारी किया है कि शेष बचे हुए तीनों कुत्तों की अच्छी देखभाल की जाए और उन्हें किसी भी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए।
कुत्तों की मौत की सूचना पर मौके पर पहुंचे नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि शेष बचे तीन कुत्तों की भी हालत बहुत खराब है। घर के सभी सदस्यों के फरार होने के कारण कुत्तों को न तो भोजन मिला है और न पानी। भोजन के अभाव में पांच कुत्तों में से दो ने गंभीर हालत में दम तोड़ दिया लेकिन बाकी तीन को बचा लिया गया है और उनकी उचित देखभाल की जा रही है।
वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन की फरारी के बाद घर में कुत्तों की देखभाल के लिए कोई नहीं बचा था। शाइस्ता की फरारी के बाद से ही कुत्ते भूख से मर रहे थे। आसपास के लोग उन्हें खाना दे रहे थे लेकिन वो उनके लिए काफी नहीं हो रहा था।
24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता और बेटा असद फरार हैं, जबकि दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं। वहीं अतीक के साथ दो बड़े बेटे उमर और अली अहमद पहले से ही अलग-अलग जेलों में बंद हैं। इस कारण कुत्तों की देखभाल के लिए परिवार का कोई सदस्य घर में नहीं बचा था।
पड़ोसियों ने शुरू में कुत्तों को खाना दिया लेकिन पुलिस के डर से उन्होंने भी कुत्तों को खाना देना बंद कर दिया।