उदयपुर हत्याकांड के आरोपी ने बाइक के इस खास नंबर '2611' के लिए दिए थे 5 हजार रुपये अतिरिक्त
By रुस्तम राणा | Published: July 1, 2022 05:57 PM2022-07-01T17:57:53+5:302022-07-01T18:02:09+5:30
पुलिस इस नंबर को उस तारीख से जोड़ रही है जब मुंबई में 26 नवंबर 2008 को सबसे भयानक आतंकवादी हमला हुआ था। रियाज ने इस नंबर को पाने के लिए अतिरिक्त पैसे दिए थे।
जयपुर: राजस्थान पुलिस द्वारा दर्जी कन्हैया लाल के हत्या के आरोपी गोस मोहम्मद और रियाज अख्तरी को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा किया है। हत्यारों में से एक रियाज अख्तरी ने अपनी मोटरसाइकिल के लिए 2611 नंबर की प्लेट प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त पैसे दिए।
बाइक के इस नंबर को 26/11 से जोड़कर देख रही है पुलिस
पुलिस इस नंबर को उस तारीख से जोड़ रही है जब मुंबई में 26 नवंबर 2008 को सबसे भयानक आतंकवादी हमला हुआ था। यह नंबर उसी वाहन है, जो दो हत्यारे गोस मोहम्मद और रियाज अख्तरी दर्जी कन्हैया लाल का गला रेत कर फरार हो गए थे। पंजीकरण संख्या आरजे 27 एएस 2611 वाली यह बाइक अब उदयपुर के धन मंडी पुलिस स्टेशन में पड़ी है।
पुलिस सूत्रों ने कहा - रियाज ने जानबूझकर मांगी थी नंबर
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रियाज ने जानबूझकर 2611 नंबर मांगा और इस नंबर प्लेट के लिए 5,000 रुपये अतिरिक्त दिए। यह इस भयावह अपराध और इसकी योजना में महत्वपूर्ण सुराग प्रदान कर सकता है। आपको बता दें कि इससे पहले दोनों का पाकिस्तानी आतंकी समूह से लिंक होने की भी बात सामने आई थी।
रियाज के फोन से लगाई गई थी पाकिस्तान कॉल
पुलिस का मानना है कि नंबर प्लेट 2014 की शुरुआत में रियाज के दिमाग में क्या चल रहा था, इसका एक सुराग भी हो सकता है। पुलिस सूत्रों ने एक न्यूज चैनल को बताया कि रियाज के पासपोर्ट से पता चलता है कि वह 2014 में नेपाल गया था। उसके मोबाइल डेटा से यह भी पता चलता है कि उसके फोन से पाकिस्तान भी कॉल लगाई गई थी।
इसी बाइक से भागने की कोशिश कर रहे थे दोनों
दिनदहाड़े कन्हैया लाल की हत्या करने के बाद उदयपुर के एक थाने में पड़ी इस बाइक पर सवार दोनों हत्यारे फरार हो गए। रियाज अख्तरी के पास से बरामद यह बाइक थाने के रिकॉर्ड का हिस्सा है। उदयपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर राजसमंद जिले में पुलिस बैरिकेड्स पर पकड़े जाने पर दोनों युवक इस बाइक पर सवार होकर भागने की कोशिश कर रहे थे।
साल 2013 में खरीदी थी यह बाइक
वहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के रिकॉर्ड बताते हैं कि रियाज अख्तरी ने 2013 में एचडीएफसी से कर्ज लेकर बाइक खरीदी थी। वाहन का बीमा मार्च 2014 में समाप्त हो गया था। बहरहाल दोनों आरोपियों को कल कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।