दो बेटियों ने अपने पिता को पंहुचाया जेल, इंसाफ के लिए सीएम को खून से लिखा था खत, जानिए क्या है पूरा मामला
By मेघना सचदेवा | Published: July 29, 2022 02:03 PM2022-07-29T14:03:07+5:302022-07-29T14:03:07+5:30
यूपी के बुलंदशहर में दो बेटियों ने अपनी मां के हत्यारे को उम्र कैद की सजा के साथ जेल की सलाखों के पीछे पंहुचा दिया है। उनकी मां का हत्यारा और कोई नहीं बल्कि उनका पिता है जिसने 2016 में उनकी मां को बच्चियों के सामने जिंदा जला दिया था।
बुलंदशहर: इंसाफ के लिए दो बहादुर बेटियों ने अपने पिता को भी नही बख्शा। यूपी के बुलंदशहर में दो साहसी बहनों ने आखिरकार अपनी मां के हत्यारे को सलाखों के पीछे पंहुचा दिया है। इन बहनों के पिता ने कुछ सालों पहले उन्हीं के सामने उनकी मां को जिंदा जला दिया था। दोनों बेटियों की गवाही के बाद मामले में बुधवार को न्यायालर्य ने अभियुक्त को उम्रकैद की सजा सुनाई है।
तान्या और लतिका के अनुसार उन्होंने अपने पिता और मां के हत्यारे मनोज बंसल को सजा दिलाने के लिए 6 साल से भी ज्यादा लंबी लड़ाई लड़ी। दोनों बेटियों के मुताबिक उनके पिता ने उनकी मां को इसलिए मारा क्योंकि उनको बेटा चाहिए था। इसके लिए कई बार मां का गर्भपात भी कराया गया था।
बेटी ने कहा 'हमारे लिए पिता हैवान है'
लतिका ने बताया कि उनके लिए उनके पिता सिर्फ एक हैवान हैं। उसने बताया कि कैसे जब उनकी मां को आग के हवाले किया गया तो दोनों बहनों को कमरे में बंद कर दिया गया था। उन्होंने अपनी मां को जलते हुए देखा है। दोनों बहनों की मां का नाम अनु बंसल था जिनकी शादी मनोज बंसल से साल 2000 में हुई थी। 2016 में मनोज ने अपनी पत्नि को आग के हवाले कर दिया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
सीएम को खून से खत लिखकर बताया था प्रकरण
इस मामले में बेटियों ने अपने पिता पर कार्रवाई के लिए तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव को खून से खत लिखकर मुलाकात कर पूरा प्रकरण बताया था। उन्होंने अपने पिता के मां की हत्या करने की पूरी जानकारी बताई और फिर कोर्ट में गवाही भी दी। अनु बंसल की बेटियों ने बताया कि सजा मिलने के बाद उनके पिता से उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन पिता ने कहा कि अब तुम दोनों को अच्छा लग रहा है ना।