बेटा मोबाइल पर खेलता था लूडो, हत्यारे पिता ने पीट-पीटकर ले ली जान, जानिए पूरा वाकया
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 8, 2022 05:17 PM2022-06-08T17:17:54+5:302022-06-08T17:23:24+5:30
यूपी के आजमगढ़ में आठ साल के लकी की उसके पिता जितेंद्र ने पिट-पिटकर मार डाला क्योंकि वो उनके मोबाइल में एप के जरिये लूडो खेला करता था।
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में एक पिता ने अपने हाथों से ले ली अपने ही बेटे की जान। जी हां, आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र में महुला बगीचा गांव में एक पिता अपने बेटे द्वारा मोबाइल पर लूडो खेले जाने से इस कदर नाराज हो गया कि उसने पीट-पीटकर उसकी जान ले ली।
जानकारी के मुताबिक मृत बालक लकी की उम्र महज आठ साल थी। घटना के मामले में रौनापार थाने की पुलिस ने बताया कि शनिवार को हुई इस घटना के लिए जिम्मेदार पिता जितेंद्र निषाद को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।
बताया जा रहा है कि लकी जितेंद्र के मोबाइल में एप के जरिये लूडो खेला करता था। इस मामले में पिता जितेंद्र पहले भी लकी की पिटाई चुका था लेकिन बार-बार समझाने और पिटाई के बाद भी लकी नहीं मान रहा था और उसे जब भी पिता जितेंद्र का मोबाइल मिल जाता वो फौरन लूडो खेलने लगता।
शनिवार शाम में भी लकी पिता के मोबाइल पर लूडो खेल रहा था, तब तक जितेंद्र घर में आ गया और लूडो खेलते लकी को बेतहाशा पिटने लगा। जितेंद्र की पत्नी ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया लेकिन जितेंद्र ने उसे भी धक्का दे दिया और लकी को तब तक पिटता रहा, जब तक कि वो बेसुध न हो गया।
जितेंद्र को लगा कि पिटाई के कारण लकी बेहोश हो गया है और थोड़ी देर में होश में आ जाएगा लेकिन जब आधे घंटे में भी लकी ने आंखें नहीं खओली तो उसके मन में थोड़ी दहशत हुई। उसके बाद वो भागकर अपने भाइयों के पास गया और उन्हें अपने घर ले आया। जब भाईयों ने देखा तो वो समझ गये कि लकी की मौत हो चुकी है।
उसके बाद घर में सभी ने आपसी सलाह-मशविरा किया कि अब इस मामले में क्या किया जाए और उसके बाद सभी भाईयों ने मिलकर फैसला किया कि बिना किसी को खबर किये लकी की लाश को ठिकाने लगा देते हैं।
इसके बाद मृत लकी के पिता ने अपने भाईयों के सहयोग से लकी की लाश को शनिवार देर रात पास की नदी के दफ्न कर दिया और खामोशी से घर आ गये।
मगर इस मामले में भेद तक खुला जब मंगलवार को लकी की नानी ने रौनापार थाने पहुंच कर मामले में केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और उसने फौरन लकी की हत्या के मामले में आईपीसी की धारा 302 में केस दर्ज करते हुए आरोपी पिता जितेंद्र निषाद को गिरफ्तार कर लिया।। वहीं जितेंद्र के भाई पुलिस केस होने के बाद से फरार हैं, जिनकी तलाश हो रही है।
इस मामले में लकी की नानी ने बताया कि लकी कक्षा 2 में पढ़ता था। पिता जितेन्द्र निषाद अक्सर लूडो के लिए उसकी पिटाई करता था। जिसके उन्होंने जितेंद्र को कई बार समझाया भी था कि बच्चों की निर्ममता से पिटाई नहीं की जाती है, लेकिन उसके बाद भी जितेंद्र अक्सर लकी की बेरहमी से पिटाई किया करता था।