सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: मुख्य आरोपी सचिन थापन बिश्नोई अजरबैजान में पकड़ा गया, प्रत्यर्पण की तैयारी तेज
By रुस्तम राणा | Published: August 30, 2022 03:04 PM2022-08-30T15:04:07+5:302022-08-30T15:04:07+5:30
विदेश मंत्रालय से पंजाब पुलिस को भेजे गए पत्र में सचिन थापन के के आपराधिक इतिहास, गिरफ्तारी वारंट और प्रत्यर्पण में तेजी लाने के लिए मूसेवाला मामले में भूमिका के बारे में सभी विवरण मांगे गए हैं।
चंडीगढ़: मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्याकांड में अजरबैजान (Azerbaijan) से सचिन थापन नाम के शख्स को हिरासत में लिया गया है। थापन पर मूसेवाला के मर्डर के सिलसिले में गोल्डी बराड़ के साथ हत्या की साजिश रचने का आरोप है।
मंगलवार को पंजाब डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह परिवार को न्याय दिलाने के लिए हमारे संयुक्त प्रयास हैं। सचिन थापन के अलावा पुलिस ने मामले में एक अन्य मुख्य आरोपी अनमोल बिश्नोई के स्थान का पता केन्या में लगाया गया है। 29 मई को अपराध किए जाने से पहले दोनों फर्जी पासपोर्ट पर भारत से भाग गए थे।
सचिन थापन के प्रत्यर्पण को लेकर पंजाब पुलिस विदेश मंत्रालय के साथ तेजी से काम कर रही है। जबकि हत्याकांड का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ और लिपिन नेहरा अन्य दो आरोपी अभी भी विदेश में छिपे हैं। विदेश मंत्रालय से पंजाब पुलिस को भेजे गए पत्र में आरोपी के आपराधिक इतिहास, गिरफ्तारी वारंट और प्रत्यर्पण में तेजी लाने के लिए मूसेवाला मामले में भूमिका के बारे में सभी विवरण मांगे गए हैं।
अधिकारियों ने कहा कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसे मामले में मास्टरमाइंड के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि एआईजी गुरमीत चौहान और डीएसपी बिक्रमजीत बराड़ के साथ एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व में एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने अनमोल के लोकेशन का पता लगाया है। एजीटीएफ और मनसा पुलिस भी सचिन के प्रत्यर्पण के लिए दस्तावेज तैयार कर रही है।
पुलिस के मुताबिक सचिन और अनमोल उन चार गैंगस्टरों में शामिल हैं, जो कथित तौर पर सनसनीखेज हत्या में शामिल थे और विदेश में छिपे थे। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई ने अपने भाई अनमोल और करीबी सहयोगी सचिन को बचाने के लिए एक सुनियोजित साजिश के तहत उनके लिए फर्जी पासपोर्ट हासिल किया था।
पासपोर्ट क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, दिल्ली द्वारा जारी किए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि लॉरेंस चाहता था कि दोनों बिना देखे या दोषी ठहराए विदेश से अपराध को अंजाम दें। अनमोल के खिलाफ 18 आपराधिक मामले लंबित हैं और वह आखिरी बार जोधपुर जेल में था, जहां से उसे 7 अक्टूबर, 2021 को जमानत पर रिहा किया गया था। इसी तरह, सचिन 12 आपराधिक मामलों में वांछित है।